कुल्लू : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कुल्लू ज़िला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर प्रभावित परिवारों से मिलकर उनका हाल चाल जाना। इस दौरान वह सैंज में समेज हादसे के शिकार हुए लोगों के परिजनों से मिलकर अपनी संवेदना प्रकट की और उन्हें ढाढ़स बंधाया। नेता प्रतिपक्ष पहले शाट, बलाधी गांव होते हुए चौहकी गाँव पहुंचे और मलाणा डैम टूटने से प्रभावित हुए परिवारों से मिलकर उनका हाल चाल जाना और उन्हें ढाढ़स बंधाय तथा आपदा राहत कार्यों का जायज़ा लिया। कहा कि मलाणा डैम टूटने से कुल्लू के शाट में सब्जी मंडी का भवन बह गया। बलाधी गांव में 8 घर बह गए। सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं। उपजाऊ ज़मीन और बागीचों को भी बहुत नुक़सान हुआ है। भारतीय जनता पार्टी आपदा प्रभावित प्रत्येक परिवार के साथ है। बीते कल मैं उनसे स्वयं मिलकर प्रदेश के हालातों से अवगत करवाया है। उन्होंने प्रदेश को हर प्रकार से मदद करने का भरोसा दिया है। इसके साथ ही सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को आपदा प्रभावितों की हर तरह से सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान वह समेज हादसे में शिकार हुए हरदेव जी के परिजनों से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सभी की ढाढ़स बंधाया।
नेता प्रतिपक्ष ने सैंज और भुंतर का भी दौरा कर लोगों से मिले। सैंज बाजार में पिछली बार भी पॉवर प्रोजैक्ट्स की वजह से भारी तबाही आई। पूरा बाज़ार तबाह हुआ, लोगों के करोड़ों रुपये का नुक़सान हुआ। इस बार भी पानी छोड़ा गया, थोड़ा पानी छोड़ने के बाद ही बाज़ार में पानी आ गया, आगे और भी बरसात होगी तो यह समस्या बढ़ेगी। एनएचपीसी द्वारा बिना वार्निंग के पानी छोड़े जाने से लोग परेशान हैं।
पिछली बार इस मुद्दे को ही उठाया गया था और एनएचपीसी प्रबंधन से कहा गया था कि पानी की धारा की डायवर्ट किया जाए और नाले का चैनलाइजेशन भी किया जाए। जिस पर काम किया गया लेकिन वह काम ढंग से नहीं हुआ। जिससे इस तरह के हालात फिर से बने हैं। इस पूरे प्रकरण को मैं केंद्र सरकार के समक्ष रखूंगा जिससे इस इस समस्या का समाधान हो सके। इसके सतह ही सैंज बाज़ार को बार बार हो रहे नुक़सान के बारे ने मुख्यमंत्री से भी बात करूंगा और विधान सभा में उठाऊंगा, कि बार बार नुक़सान से बेहतर है कि उचित मुआवजा के साथ सैंज बाज़ार को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया जाए, जिससे हर साल होने वाले नुक़सान से बचा जा सके।
जयराम ठाकुर ने कहा कि अभी बारिश कम हुई है लेकिन जान माल का नुक़सान बहुत ज़्यादा हो गया है। अभी बारिश का मौसम ख़त्म होने में समय है। हमें सतर्कता रखनी है जिससे किसी भी प्रकार के नुक़सान से बचा जा सकें। राहत कार्य में केंद्र और प्रदेश की पूरी मशीनरी लगी हुई है। एनडीआरएफ़ और सेना के जवानों के साथ प्रदेश के राहत और बचाव दल के लोग जीजान से जुटे हैं, जिसकी वजह से बहुत से लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
कई जगह बचाने का काम चल रहा है। कुछ जगहों पर सड़के बह जाने की वजह से संपर्क कट गया, अगर सड़कें समय पर बहाल नहीं हुई तो राशन की कमी को पूरा करने के लिए हेलीकॉप्टर का सहयोग किया जाए। लोगों का नुक़सान बहुत ज़्यादा हुआ है। घर, खेत, बगीचे, पशुशालाएं बह गई हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए अतिशीघ्र प्रभावी क़दम उठाएं। इस मौक़े पर उनके साथ पूर्व मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर बाज़ार विधायक सुरेंद्र शौरी समेत स्थानीय लोग उपस्थित रहे।