पंजाब दस्तक, सुरेन्द्र राणा: कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष ठाकुर सुरिंदर सिंह मनकोटिया ने कहा कि केंद्र की सरकार ने जो बजट पेश किया वह निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर बताते हैं, लेकिन हर बार की भांति इस बार भी केंद्र के बजट से हिमाचल को कुछ नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के 75000 करोड़ के कर्जाई रीज्य को न तो कोई ग्रांट मिली न औद्योगिक पैकेज मिला और न ही रेल लाइन के विस्तार को लेकर कोई ठोस बात की गई। ठाकुर सुरिंदर सिंह मनकोटिया ने आगे कहा कि इस बजट की न तो कोई दिशा है न दशा| न तो मंहगाई कम करने की कोई ठोस नीति और न ही बेरोजगारी को खत्म करने के लिएकोई रोड मैप।
विगत 8 वर्षों से केंद्रीय बजट में देश के किसान, मजदूर, युवा, बेरोजगार, महिलाओं और आम जनता सब ठगे जा रहे हैं। राहत केवल चंद पूंजीपति मित्रों पर केंद्रित रहा है। उन्होंने कहा मोदी सरकार जनकल्याण की योजनाओं के बजट आवंटन में लगातार कटौती की जा रही है। जनकल्याणकारी मदों में विगत 3 बजट से भारी कटौती लगातार जारी है। पट्रोल व डीजल को जीएसटी के दायरे में नहीं लाया|
उन्होंने कहा कि रेपो दर चालू वित्त वर्ष में ही 5 बार बढ़ाए गए, लोन पर ब्याज दरें बढ़ गई लेकिन महंगाई नियंत्रण से बाहर है। ठाकुर सुरिंदर सिंह मनकोटिया ने कहा कि जो केंद्र सरकार ने इन्कम टैक्स की रेंज जो 8 साल के अंतराल के बाद बढ़ा कर 7 लाख की है वो कम से कम 10 लाख होनी चाहिए थी जिससे मध्यम वर्गीय परिवारों को कुछ राहत मिलती।
हिमाचल प्रदेश के चम्बा के रूमाल, मण्डी की सेपू बढ़िया़ं और कांगड़ी धाम की बात करने वाले प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश को ही ठग दिया|
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