पंजाब दस्तक: यूक्रेन की सेना ने शुक्रवार को पूर्वी इलाके में रूसी बलों पर जवाबी हमले में सफलता मिलने का दावा किया है। उसने कहा कि उसने कई गांवों को फिर से अपने नियंत्रण में ले लिया है और एक महत्वपूर्ण परिवहन केंद्र की तरफ आगे बढ़ रही है। अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक और नाटो प्रमुख ने यूक्रेनी सैनिकों की सफलता का जिक्र करते हुए आगाह किया कि लड़ाई अभी कई महीनों तक चलेगी।
यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। यूक्रेन की परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख ने शुक्रवार को एएफपी को बताया कि यूक्रेन के जपोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र को नियंत्रित करने वाले रूसी बलों ने वहां तैनात दो कर्मचारियों की हत्या कर दी, साथ ही दर्जनों अन्य को हिरासत में लिया है। उन्होंने कहा कि संयंत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को यातनाओं का समाना करना पड़ा रहा है। कर्मचारियों की स्थिति का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि संयंत्र में मौजूदा स्थिति बहुत ही कठिन है।
बता दें, लड़ाई के चलते शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन संयंत्र को आपातकालीन मोड में चलाया गया। जपोरीजिया परमाणु संयंत्र के छह रिएक्टरों पर रूस ने लड़ाई की शुरुआत में ही कब्जा कर लिया था। इन संयंत्रों का संचालन यूक्रेन के कर्मचारियों की ओर से ही किया जा रहा है। परमाणु संयंत्र और आसपास के इलाकों में रूस और यूक्रेन की सेना अक्सर बमबारी करती रहती है। हालांकि, दोनों पक्ष इसके लिए आरोप एक-दूसरे पर मढ़ देते हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी- अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि नाभिकीय दुर्घटना टालने के लिए परमाणु संयंत्र के आसपास के इलाके को तत्काल सुरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया जाना चाहिए। रायटर के अनुसार, रूस ने आइएईए के प्रमुख राफेल ग्रोसी द्वारा जपोरीजिया परमाणु संयंत्र और इसके आसपास तत्काल बमबारी रोकने के आह्वान का समर्थन किया है।
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