पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: हिमाचल प्रदेश की बागवानों के बगीचों में अब यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे उग सकेंगे. हिमाचल उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम आडू, खुमानी व बादाम के 56,000 पौधे आयात करने जा रहा है।
इसी माह पौधों की खेप हिमाचल पहुंच जाएगी। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ू सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा जैसे अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है.
बागवानी मंत्री जगत नेगी ने बताया कि पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी तो नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं। एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे। ताकि इसमें कोई समस्या न आए.
प्रदेश सरकार के HDP और शिवा प्रोजेक्ट के तहत लगाए जा रहे पौधों का अच्छा प्रतिक्रिया आ रही है. बीते दिन इसके तहत मुआयना भी किया है. योजना के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार बड़े पैमाने पर फलदार पौधों का रोपण सुनिश्चित कराएगी,शिवा परियोजना के तहत अमरूद के पौधरोपण के सामने आ गए है.
जगत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अभी गम में हैं। इसलिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं. पिछली सरकार कर्ज लेते रहे और संसाधन नहीं जुटाए लेकिन हम संसाधन जुटाएंगे कर्ज भी लेंगे लेकिन सभी एक दायरे में करेंगे. विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप विधायक निधि नहीं दी जा रही है, विकास कार्य सभी रुक गए हैं तो इस पर जगत नेगी ने कहा कि विधायक निधि दें कहाँ से, पिछली सरकार ने कुछ नहीं छोड़ा, कर्ज तले दबा दिया है प्रदेश की आर्थिकी डगमगा गई है.
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