पंजाब दस्तक: वर्षों से अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए संघर्ष कर रहे पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन अब दोबारा से संघर्ष करेगी। वीरवार को यूनियन की तरफ से पंजाब भर के पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी के 27 डिपो में गेट रैली करते हुए सरकार के खिलाफ संघर्ष किया। संगठन के सीनियर मीत प्रधान दलजीत सिंह जल्लेवाल ने कहा कि पंजाब में सरकार फेल साबित हुई है, क्योंकि सरकार की गलत नीतियों से यूनियन को बार-बार संघर्ष करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की ब्यूरोक्रेसी लगातार हमें संघर्ष करने पर मजबूर कर रही है। 19 दिसंबर को चीफ सेक्रेटरी विजय कुमार जंजुआ की अगुआई में ट्रांसपोर्ट विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ यूनियन की मीटिंग हुई थी। जिसमें उन्होंने मुलाजिमों को पक्का करने के लिए पॉलिसी बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर ठोस कार्रवाई करने के लिए आश्वासन दिया था। जिसमें मुलाजिमों की सेलरी में 2500 प्लस 30 फीसदी बढ़ौतरी, कंडीशन वाले मुलाजिमों को बहाल करना, सेलरी में पांच फीसदी की बढ़ौतरी, पनबस में आउट सोर्स की भर्ती में हुई करप्शन पर कार्रवाई करना, बटाला डिपो के मामले को हल करने सहित कई मांगों पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन डेढ़ महीना बीत जाने के बावजूद वर्करों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है।
ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारी लगातार मुलाजिमों को परेशान कर रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीने से वॉल्वो बसों की पासिंग नहीं हो रही और टायरों सहित स्पेयर पार्ट भी वर्कशापों से खत्म हो चुके है। पंजाब रोडवेज की वित्तीय हालत लगातार बिगड़ रही है। फ्री सफर के लिए महिलाओं को लंबा इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर जलद इन मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया तो यूनियन की तरफ से संघर्ष को तीखा किया जाएगा।
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