लुधियाना में भारत जोड़ो यात्रा:राहुल गांधी बोले- पंजाब देश प्रेम, सौहार्द और संतों की भूमि; लुधियाना में दंगा पीड़ित नजरबंद

1 min read

पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: जाब में दूसरे दिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शुरू हो गई है। राहुल गांधी की यात्रा आज समराला चौक के लिए निकली। उनके साथ लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्‌टू भी दिख रहे हैं। यात्रा के बाद राहुल दिल्ली लौट जाएंगे। परसों लोहड़ी की वजह से यात्रा नहीं होगी।

पंजाब में यात्रा के दूसरे दिन भी बदलाव किया गया। सुरक्षा कारणों के चलते सुबह स्टार्ट पॉइंट को जसपालों से 1 कि.मी. आगे कद्दो चौक और समय 7 बजे से किया गया। आज इवनिंग वॉक को नहीं रखा गया है। वहीं राहुल गांधी आज अपने पुराने रंग टी-शर्ट व बिना पगड़ी के ही दिखे।

यात्रा शुरू होने से पहले 1984 के दंगा पीड़ितों को लुधियाना में नजरबंद कर दिया गया है। सूचना के अनुसार दंगा पीड़ितों की बसी कॉलोनी CRP दुगरी में दंगा पीड़ितों को नजरबंद कर दिया है। बुधवार ही दंगा व 1947 बंटवारे के पीड़ितों का एक नोट कांग्रेस ऑफिस के बाहर चिपका रोष जाहिर किया गया था। जिसके बाद सतर्कता के चलते यह कदम उठाया गया है।

लुधियाना में राहुल की यात्रा का 15 जगहों पर स्वागत होगा। गांव कद्दो से शुरू हुई यात्रा दोपहर करीब 12 बजे समराला चौक पर रुकेगी। राहुल गांधी रोजाना 25 किलोमीटर ही चलते है। समराला चौक में भव्य मंच का आयोजन किया जा रहा है। राहुल यहां से जनता के बीच अपनी बात रखेंगे। राहुल गांधी 8 दिन पंजाब में रुकेंगे।

1. कन्याकुमारी से कश्मीर की पदयात्रा के इस प्रण में कई पड़ाव पार किए, हज़ारों किमी पैदल चले और लाखों लोगों का साथ मिला – इस अनुभव के लिए अपने आप को खुशक़िस्मत मानता हूं। हरियाणा में अपार समर्थन मिला, युवा आए, किसान आए, महिलाएं आईं और यात्रा को पूरे प्रदेश का प्यार मिला। आज यात्रा पंजाब पहुंची है, जो अपने आप में देशप्रेम, सौहार्द और संतों की भूमि है। सभी यात्रियों में भरपूर उत्साह है, लक्ष्य की ओर बढ़ रहे इस अगले कदम पर।

पहले दिन फतेहगढ़ साहिब में जैन मुनियों के साथ चलते राहुल गांधी।

पहले दिन फतेहगढ़ साहिब में जैन मुनियों के साथ चलते राहुल गांधी।

2. हमारा यह संघर्ष 21वीं सदी के महाभारत की तरह है, जहां आज के पांडव हमारे किसान और मजदूर हैं, जिन्हें आज के ‘ख़ाकी हॉफ़ पैंट’ वाले कौरवों और उनके अरबपति मित्रों के कारण वनवास और अज्ञातवास झेलना पड़ रहा है।

नोटबंदी और ग़लत जीएसटी जैसे षड्यंत्रों से उनके अधिकार छीनने की कोशिश की है। मगर उन्हें पता नहीं कि किसानों और मजदूरों के हाथों से ही देश का भविष्य आकार लेता है।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours