मंडी, काजल: मंडी से जारी वक्तव्य में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री अब महाराष्ट्र में अपने झूठ का झंडा गाड़ रहे हैं। महाराष्ट्र आम विधानसभा चुनाव में पहुंचे हिमाचल के मुख्यमंत्री कहते हैं कि उन्होंने चुनाव के दौरान दी गई गारंटियां पूरी कर दी हैं। प्रदेश की हर बेटी को 18 साल होते ही ₹1500 की पेंशन मिलना शुरू हो जा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जी समझते हैं कि एक ही झूठ को बार-बार बोलने से वह सच बन जाता है। इसलिए वह बार-बार झूठ बोल रहे हैं। बार-बार झूठ बोलने से किसी भी व्यक्ति की विश्वसनीयता खत्म हो जाती है। वह हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री भी हैं, उन्हें यह बात याद रखनी चाहिए। कांग्रेस ने एक तरफ प्रदेश की मातृशक्ति के साथ चुनाव में गारंटी के नाम पर धोखा किया और अब मुख्यमंत्री पूरे देश में जाकर उन्हें पेंशन देने का झूठ बोल रहे हैं। यह हमारे प्रदेश की मातृ शक्ति का दोहरा अपमान है। मुख्यमंत्री शायद यह भूल गए हैं की पेंशन हर महीने दी जाने वाली व्यवस्था हैं। लोकसभा चुनाव के दरमियान प्रदेश की 25 हजार महिलाओं को एक किस्त देकर चुनाव के दौरान किसी को गुमराह करने की कोशिश करना पेंशन देना नहीं, धोखा देना होता है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सभी नेताओं ने गला फाड़ फाड़कर कहा था कि 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग की हर महिला को सम्मान निधि दी जाएगी। दिल्ली के कई नेताओं ने तो हिमाचल में बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पैसा देने का इंतजाम हमने पहले कर लिया है। हमारे अर्थशास्त्री इसके लिए रास्ता निकाल चुके हैं। हम कोई भी बात हवा में नहीं करते हैं। इसके लिए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान लाखों की संख्या में लाभार्थियों से फॉर्म भी भरवा लिए थे जो कांग्रेस कार्यालयों में चुनाव के महीनों बाद पड़े हुए थे। सत्ता हासिल करने के बाद कांग्रेस का कोई अर्थशास्त्री हिमाचल लौट कर नहीं आया। लेकिन सरकार बनने के डेढ़ साल बाद लोकसभा का चुनाव जब सर पर आया तो सरकार ने इस योजना की घोषणा की और मात्र 25 हजार महिलाओं को सम्मान निधि की एक किस्त देकर चुप बैठ गए। कांग्रेस की गारंटी के अनुसार प्रदेश में सम्मान निधि की पात्र महिलाओं की संख्या 22 लाख से अधिक है जिन्हें हर महीने ₹1500 मिलनी चाहिए थे। लेकिन नहीं मिल रहा है।
प्रदेश की मातृशक्ति को इतना बड़ा धोखा देने के बाद भी पूरे देश में घूम- घूम कर यह कहना कि हमने प्रदेश की मातृशक्ति को ₹1500 पेंशन देना शुरू कर दिया है यह उनकी भावनाओं के साथ एक मजाक से अधिक कुछ नहीं है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि एक कल्याणकारी राज्य के रूप में काम करने के लिए जनता के प्रति आदर और जनकल्याण की भावना होनी चाहिए। हमें भी हिमाचल प्रदेश की जनता ने बहुमत दिया था तो हमने बिना कोई गारंटी दिए वह सारे काम किया जो प्रदेश के लिए आवश्यक थे। हमने सामाजिक सुरक्षा का बजट पिछली सरकार के मुकाबले बढ़ाकर 3 गुना किया। हमने बिना गारंटी दिए वृद्धा पेंशन की पात्रता शर्तों में आमूल चूल परिवर्तन किया और पात्रता उम्र 80 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष की। आयु की सीमा के साथ-साथ हमने आय की सीमा भी समाप्त की। बेसहारा लोगों को सहारा पेंशन दी। बिना गारंटी दिए महिलाओं के बस का किराया आधा माफ किया। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का बिल पूरा माफ किया। इलेक्ट्रिसिटी सरप्लस स्टेट होने के नाते प्रदेशवासियों को 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जिससे आम लोगों का जीवन आसान हो। गरीबों के इलाज के लिए हिम केयर योजना चलाई। जिससे ₹5 लाख तक का फ्री इलाज मिल सके। ही। हिम केयर से ही प्रदेश का सामान्य से सामान्य आदमी भी बड़े से बड़े अस्पताल में निश्चिंत होकर जाता था और बिना कोई पैसा खर्च किए पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर आता था। और गारंटी देने वाली सरकार ने इन सारी योजनाओं को या तो बंद कर दिया है या बंद करने की तैयारी में है।
सदस्यता अभियान और संगठनात्मक चुनाव बैठक में शामिल हुए नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के संगठनात्मक जिला मंडी के बगस्याड़ में आयोजित सक्रिय सदस्यता अभियान और संगठनात्मक चुनाव से जुड़ी बैठक में भाग लिया। बैठक में सदस्यता अभियान को गति देने और आगामी संगठनात्मक चुनाव पर चर्चा हुई। इस बैठक सराज मंडल चुनाव प्रभारी एवं प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा, मंडी जिला अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, समेत सराज मंडल अध्यक्ष भागीरथ शर्मा, महामंत्री भीष्म, टीकम युवा मोर्चा अध्यक्ष मुकेश मैडी समेत समस्त पदाधिकारी उपस्थित रहे।