शिमला:(सुरेंद्र राणा); आम आदमी पार्टी में प्रदेश में हुए उपचुनाव में भले ही शिरकत ना की हो लेकिन अपने आवाहन मात्र से ही पार्टी ने बीजेपी को शिकस्त देने का काम किया है।
पार्टी अध्यक्ष एडवोकेट अनूप केसरी ने अक्टूबर 26 को ही पार्टी कार्यकर्ताओं, समर्थकों के साथ जनता से अपील की थी कि वह नोटा का बटन दबाए। उन्होंने कहा था ‘नोटा’ चुन कर जनता भाजपा और कांग्रेस को सन्देश दे कि उनकी बंदरबांट की राजनीति का अंत आ गया है। और ऐसे ही देखने को भी मिला।
मंडी लोकसभा सीट दोनों पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न थी। वहां पर जीत का अंतर 7490 रहा जबकि 12661 लोगों ने नोटा का बटन दबाकर साफ जाहिर कर दिया कि वो तीसरे विकल्प के लिए पूरी तरह तैयार है। जीत का अंतर 1प्रतिशत रहा और नोटा का 1.68 प्रतिशत। अर्की विधानसभा में 3% मतदाताओं ने नोटा का चुनाव किया।
नोटा के सवाल पर पत्रकारों से बात करते हुए खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी माना कि नोटा के प्रति लोगो का झुकाव एक सोचनीय विषय है।
पार्टी प्रभारी रत्नेश गुप्ता ने इस पर बात करते हुए कहा कि जनता भाजपा और कांग्रेस दोनों से त्रस्त है ऐसे मे आम आदमी पार्टी एक उम्मीद की किरण बन के तेज़ी से उभर रही है। जनता का मत साफ है कि वो एक नए और मजबूत विकल्प के लिए तैयार है।