पंजाब दस्तक: लंबी जद्दोजहद के बाद किरतपुर-मनाली फोरलेन परियोजना के तहत पंडोह-टकोली बाईपास का बंद पड़ा कार्य 4 नवंबर यानी सोमवार से शुरू होगा। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस परियोजना का कार्य करीब छह महीने से ठप था। अब सोमवार से डयोड और खोतीनाला टनल का काम भी रफ्तार पकड़ेगा। प्रोजेक्ट का काम मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ठेकेदारों व कंपनी प्रबंधन के बीच बकाया राशि को लेकर काम बंद पड़ा था।

छह माह से रुका था टनलों का निर्माण कार्य
इस प्रोजेक्ट के प्रवेशद्वार कहे जाने वाले डयोड के पास टनलों का निर्माण कार्य बीते 6 महीनों से रुका हुआ था। बकाया भुगतान को लेकर ठेकेदारों और कंपनी प्रबंधन के बीच विवाद पैदा हो गया था, जिसे सुलझाने में एनएचएआई ने अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही शापुरजी-पलौनजी और एफकॉन्स कंपनी प्रबंधन ने भी इस विवाद को सुलझाने में सहयोग किया। अब विवाद सुलझ गया है। हालांकि ठेकेदारों को अभी नाममात्र का ही भुगतान हुआ है, लेकिन आने वाले कुछ दिनों में बकाया भुगतान की अधिकतर राशि देने पर सहमति बन गई है।
कंपनी ने पूरी की तैयारी
इसके चलते अब निर्माण कार्य को फिर से शुरू किया जा रहा है। कंपनी प्रबंधन में लगाई गई मशीनरी फिर से चलना शुरू हो जाएगी। इसे लेकर शापुरजी-पलौनजी और एफकॉन्स कंपनी ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कंपनी प्रबंधन इस कार्य को अब और तेज गति के साथ करना चाहता है, जिससे काम रुकने के कारण जो देरी हुई है, उसकी भरपाई की जा सके। बता दें कि पंडोह बाईपास टकोली प्रोजेक्ट में 10 टनलों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें से करीब 5 को यातायात के लिए खोल दिया गया है। बाकी कार्य जारी है। इन सभी टनलों का मुख्य प्रवेशद्वार डयोड के पास है और यहीं पर ही काम रुक गया था, जिससे इस प्रोजेक्ट के समय पर पूरा होने को लेकर संशय पैदा हो गया था।
तय समय में काम को पूरा करने का रखा लक्ष्य
शापुरजी-पलौनजी कंपनी के टीम लीडर आदर्श पन्होत्रा ने बताया कि सोमवार से कार्य फिर से शुरू किया जा रहा है। इस पूरे प्रोजेक्ट को मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कंपनी इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कार्य करेगी।

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