शिमला, सुरेन्द्र राणा: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल कहा कि कोलकाता के अस्पताल में महिला पीजी डॉक्टर के साथ बलात्कार और निर्मामातापूर्ण हत्या से पूरा देश शर्मसार हुआ है। पश्चिम बंगाल में जो जघन्य अपराध महिला डॉक्टर के साथ हुआ है, उसे देश अब सहने वाला नहीं है। सीएम ममता बनर्जी की सरकार प्रदेश में बेटियों को बचाने के बजाय अपरधियों को बचाने में लगी हुई है, तब ही ममता बनर्जी कोलकाता में महिला पीजी डॉक्टर की रेप और हत्या मामले को सीबीआई को सौंपने में टालमटोल कर रही थी। हाथरस में राजनीतिक पर्यटन करने वाले राहुल गाँधी, कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता ममता बनर्जी सरकार में महिलाओं पर निरंतर हो रहे बर्बरतापूर्ण दुराचार चुप्पी साध ली है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि ममता बनर्जी को यह मामला सीबीआई को सौंपने में मात्र 70 सेकंड लगते और वह ऐसा करने के लिए 7 दिन का समय मांग रहीं थी।
यह उनकी हताशा को दर्शाता है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस जिस तरह का असंवेदनशील व्यवहार दिखा रही है, वैसा ही व्यवहार उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी भी दिखा रही है। कन्नौज से लेकर कोलकाता तक नफरत, महिलाओं के प्रति हीन भावना और अपराधियों को संरक्षण देने की खतरनाक मानसिकता देखने को मिल रही है। उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सवाल पूछे कि क्या उनकी मोहब्बत की दुकानें केवल अपराधी, भ्रष्ट लोग और बलात्कारी चला रहे हैं? कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र नहीं है और ममता बनर्जी पूरी तरह से तानाशाह हैं और अपराधियों को संरक्षण दे रही हैं। इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी टीएमसी के साथ गठबंधन में कैसे है?
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सत्ती ने कहा की ममता बनर्जी और टीएमसी के शासन में बंगाल महिलाओं के लिए नर्क से भी बदतर बन चुका है। कोलकाता की ‘निर्भया’ के बाद बर्दवान में भी आधी रात को एक खेत में युवती का खून से लथपथ शव मिला, जिसका गला कटा हुआ था। शक्तिगढ़ में एक दिव्यांग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना घटी।
लेकिन ‘बेटी बचाओ’ पर ध्यान देने के बजाय, टीएमसी ‘बलात्कारी बचाओ अभियान’ पर जोर दे रही है। कोलकाता हाईकोर्ट द्वारा मामले को सीबीआई को सौंपने का आदेश देने के दिन ही अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग पर हमला कर दिया, जहां अपराध स्थल और सेमिनार रूम स्थित हैं। ऐसा कैसे संभव है कि बिना योजना बनाए इस तरह से भीड़ घटनास्थल पर हमला कर सकती है। टीएमसी के शासन में बंगाल में जंगल राज आ चुका है।