पंजाब दस्तक(सुरेंद्र राणा) कंगना रणोत की कार को पंजाब में नाराज भीड़ ने घेर लिया। भीड़ कंगना के किसानों को खालिस्तानी आतंकी कहने और सिख विरोधी बयानों से नाराज थी। पहले यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाईवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया। भीड़ के गुस्से को देखकर कंगना गाड़ी से बाहर निकलीं और माफी मांगी।
इसके बाद रोपड़ टोल प्लाजा पर भी उनके विरोध के लिए किसानों की भीड़ जमा हो गई। यहां पुलिस ने उनके काफिले को 200 मीटर पहले ही मोरिंडा के गांवों के अंदर मोड़ दिया।
गांवों के अंदर से ही उनका काफिला भीड़ से आगे निकालकर दोबारा हाईवे पर लाया गया। कंगना हिमाचल प्रदेश में अपने घर मनाली से चंडीगढ़ जा रहीं थीं, जहां से उन्हें मुंबई की फ्लाइट पकड़नी थी। हालांकि यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि कंगना का घेराव करने वाले किसान किस संगठन से जुड़े थे।
कंगना ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर इसे मॉब लिंचिंग करार दिया। कंगना ने सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो शेयर किया। कंगना ने लिखा है, मैं अभी हिमाचल से निकली हूं, क्योंकि मेरी फ्लाइट कैंसिल हो गई है। जैसे ही पंजाब में कदम रखा, भीड़ ने हमला कर दिया। वे लोग कह रहे हैं कि वे किसान हैं। कंगना ने कहा, ये मुझे गंदी गालियां दे रहे हैं। जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। अगर मेरे साथ सिक्योरिटी न हो तो मेरे साथ क्या होगा। यह अविश्वसनीय है। ये क्या व्यवहार है। इतनी सारी पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है।
कंगना के मुताबिक, भीड़ मुझसे माफी मांगने को कह रही थी। भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। अगर यहां पुलिस न हो तो खुलेआम लिंचिंग हो। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं। कुछ लोग मेरे नाम से गंदी राजनीति का खेल खेल रहे हैं। करीब एक घंटे तक भीड़ ने कंगना को घेरे रखा।