CM योगी ने की PM मोदी से मुलाकात, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का दिया न्योता

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दिल्ली: Cm योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। सीएम योगी ने प्रधानमंत्री को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया। दोनों के बीच प्रदेश सरकार के कामकाज सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 15 से 24 जनवरी 2024 के बीच प्रस्तावित है।

50 एकड़ में संजोया जाएगा मंदिरों का इतिहास

देशभर के प्रसिद्ध मंदिरों के इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए अयोध्या में एक विश्व स्तरीय टेंपल म्यूजियम बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। मंदिरों का यह अनूठा संग्रहालय 50 एकड़ में बनाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने चार स्थानों पर जमीन तलाशी है। दिल्ली में हुई बैठक में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर भी चर्चा की गयी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने अयोध्या विजन के कार्यों की भी जानकारी ली। अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों को लेकर कमिश्नर व डीएम ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की।

मंगलवार को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी टेंपल म्यूजियम के निर्माण की अनुमति मिल गई है। प्रदेश सरकार की तरफ से इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा भी मौजूद थे। इनके अलावा जिले से कमिश्नर गौरव दयाल, डीएम नितीश कुमार बैठक में शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री आवास पर शाम छह बजे शुरू हुई ये बैठक एक घंटा 10 मिनट चली

अधिकारियों ने अयोध्या में चल रहे कार्यों की प्रगति रिपोर्ट भी पीएम के समक्ष प्रस्तुत की। बैठक में अयोध्या में टेंपल म्यूजियम बनाने के प्रस्ताव पर पीएम व सीएम दोनों ने मुहर लगा दी है। डीएम नितीश कुमार ने बताया कि मंदिर संग्रहालय बनाने के लिए नयाघाट से गुप्तारघाट के बीच जमीन देखी गई है। ब्रह्मकुंड गुरूद्वारा के पास भी एक जमीन चिन्हित की गई है। साथ ही नव्य अयोध्या योजना में भी जमीन देखी जा रही है। जहां जमीन चिन्हित की जाएगी वहां की मिट्टी की क्षमता जांचने के बाद काम शुरू होगा।

जिलाधिकारी ने बताया कि संग्रहालय में मंदिर के विभिन्न पहलुओं जैसे उसके डिजाइन, निर्माण आदि को प्रदर्शित करने वाली अलग-अलग दीर्घाएं होंगी। इनमें देश के प्रसिद्ध मंदिरों की विशिष्टताओं और वास्तुकला को चित्रों और भित्ति चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें लाइट एंड साउंड शो भी आयोजित किया जाएगा। संग्रहालय में मंदिरों के प्राचीन मॉडल भी होंगे। डीएम ने कहा कि इस संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य हिंदू धर्म और इसकी विरासत के बारे में जागरूकता लाना है।

 

 

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