पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह फिलहाल राजनीति में ही सक्रिय भूमिका निभाते रहेंगे। भाजपा में शामिल होने के बाद से कैप्टन को गर्वनर नियुक्त किए जाने की चर्चाएं जोरों पर थी। लेकिन राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा 12 फरवरी, रविवार को जारी आदेशों से इन चर्चाओं पर विराम लग गया है। इससे स्पष्ट है कि पंजाब भाजपा को कैप्टन के राजनीतिक अनुभव की फिलहाल प्रदेश में अधिक जरूरत है।
पंजाब भाजपा साल 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी को मजबूत करने में जुटी है। कैप्टन अमरिंदर सिंह को गवर्नर की जिम्मेदारी न सौंपे जाने से यही माना जा रहा है कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में प्रभावी असर के लिए पंजाब में कैप्टन का साथ जरूरी मान रही है। हालही में पंजाब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पंजाब के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी बलबीर सिंह सिद्धू को सौंपी है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ को 2 दिसंबर 2022 को अपनी राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य नियुक्त किया था। उनके अलावा यूपी से स्वतंत्रदेव सिंह को भी राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया था। इनके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता रहे जयवीर शेरगिल भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। भाजपा में भी उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है। भाजपा द्वारा साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के चलते ही पंजाब के लिए यह नियुक्तियां किया जाना माना गया है।