पंजाब दस्तक डेस्क; खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की आदतों के चलते बड़ी संख्या में लोग हाई यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं। शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से कई बीमारियां घेरने लगती हैं। इनमें गठिया की समस्या बहुत आम है। ये परेशानी सबसे ज्यादा बुजुर्गों में देखने को मिलती है। दरअसल, शरीर में जब कोई खाद्य पदार्थ जाता है तो उससे यूरिक एसिड बनता है। आमतौर पर किडनी इस एसिड को फिल्टर करती है और शरीर से बाहर निकाल देती है। यूरिक एसिड का काम बॉडी में प्यूरीन नाम के प्रोटीन को तोड़ने का होता है। लेकिन अगर ये एक ही जगह पर या हड्डियों के बीच में इसके क्रिस्टल जमा हो जाएं तो कई अंगो को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं कि हाई यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे मरीज कौन सी दो चीजों का सेवन करने से इसके असर को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। साथ ही जानिए अन्य घरेलू उपाय।
शरीर में मौजूद यूरिक एसिड को नींबू अपने साथ घोल लेता है, जिससे नेचुरल तरीके से यूरिक एसिड को बॉडी से बाहर निकालने में मदद मिलती है। खाना खाने से पहले आधे नींबू को एक गिलास पानी में निचोड लें और पी लें। आप चाहें तो शर्बत के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं या सलाद में डालकर भी खा सकते हैं।
चुकंदर का सेवन करने से किडनी के फिल्टर की क्षमता बढ़ जाती है। चुकंदर में कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, विटामिन्स और क्लोरीन की अच्छी मात्रा होती है। ये सभी यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं। ध्यान रहे की शुगर पेशेंट इसका सेवन ना करें।
सर्दियों में प्यास कम लगती है। ऐसे में कई लोग जरूरत से भी कम पानी पीते हैं। लेकिन अगर आप दिनभर में 6-7 ग्लास पानी पिएंगे तो ये आपके यूरिक एसिड के लेवल कंट्रोल करने में मदद करेगा। पानी का सेवन करने से किडनी शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करती है।
बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करने के लिए संतरे का जूस असरदार है। इसका सेवन करने से यूरिक एसिड का लेवल शरीर में नियंत्रित रहता है और गठिया की समस्या भी नहीं होती है।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। पंजाब दस्तक इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।