शिमला(सुरेन्द्र राणा); हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के छठवें दिन आज प्रश्नकाल के शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। कांग्रेस विधायक दल ने सदन में स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर करने पर सदन में नारेबाजी की और कांग्रेस विधायक सरकार पर कर्मचारियों से अलोकतांत्रिक व्यवहार करने का मुद्दा उठाते हुए वेल में चले गए। सत्तापक्ष के विधायक भी इस बीच शोर-शराबे के बीच सवाल पूछते रहे तो नाराज विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
प्रश्नकाल शुरू होने से पहले किन्नौर के कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के मसले को उठाया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव को स्वीकार न करने पर आपत्ति जताई। वे इस पर चर्चा करवाने पर अड़े रहे।
इस प्रस्ताव की नामंजूरी पर विपक्ष के सदस्यों ने सदन में सरकार के खिलाफ नारे लगाए ओर वाकआउट कर दिया। जगत सिंह नेगी ने बताया कि नियम 67 के तहत सदन में स्थगन प्रस्ताव लाने के लिए नोटिस दिया गया था जिसमें ओपीएस को लेकर चर्चा मांगी गई थी जिसे अस्वीकार किया गया है। कर्मचारी लंबे समय से ओपीएस की मांग कर रहे हैं। इसके लिए वह पदयात्रा कर रहे हैं।
सीएम के पास कर्मचारियों की मांगों पर चर्चा करने के लिए समय नही है। ओपीएस को बीजेपी की सरकार में खत्म किया गया और अब कर्मचारियों पर निरकुंश कानून थोपे जा रहे हैं। उन्हें प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है।