धर्मपुर (मंडी)। धर्मपुर हलके के चोलथरा में बरसात का पानी घरों में घुसने के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने वीरवार को छाता लेकर कुर्सियों पर बैठकर एनच 003 रोक दिया। इसकी मिलने पर एसडीएम सरकाघाट स्वाति मौके पर पहुंचीं और पानी की निकासी के लिए जेसीबी मशीन लगने के बाद ग्रामीणों ने एनएच को खाली किया। इस दौरान एनएच करीब चार घंटे तक बंद रहा। निर्माणाधीन एनएच पर निकासी नालियां न बनने से हो रहे नुकसान से ग्रामीण खफा थे।
एनएच की खस्ता हालत को लेकर ग्रामीण पहले से ही विरोध दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन सुनवाई न होने पर अब गुस्सा फूट गया है। बरसात शुरू होते ही एनएच तीन जालंधर मंडी वाया धर्मपुर कोटली सड़क की हालत बेहद खराब हो गई है। इस एनएच पर कई जगह बाईपास बने हैं। पुरानी सड़क को अपने अधीन लेने में लोक निर्माण विभाग और एनएच दोनों मना कर रहे हैं। इस कारण मामला अधर में लटका हुआ है। चोलथरा में 75 वर्षीय श्रवण कुमार के 18 कमरों वाले घर को खतरा पैदा हो गया है। उचित निकासी के अभाव में करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों के घरों में पानी घुस गया है। इसी से गुस्साए ग्रामीणों ने वीरवार को एनएच को बंद कर दिया और ग्रामीण एनएच पर ही बैठ गए।
ग्रामीण एसडीएम सरकाघाट स्वाति और एनएच के अधिकारियों के साथ मौके पर आने की जिद पर अड़े रहे। सूचना मिलने पर एसडीएम सरकाघाट स्वाति, तहसीलदार और एनएच के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचीं और लोगों से एनएच बहाल करने की बात कही, लेकिन ग्रामीणों ने मूसलाधार वर्षा की परवाह न करते हुए पहले यहां काम करवाने की बात कही। एसडीएम स्वाति ने तुंरत आदेश दिए कि यहां जेसीबी मशीन लगाकर नालियों को ठीक किया जाए। इस पर एनएच के अधिकारियों ने जेसीबी मशीन लगाई और इसके बाद स्थानीय जनता ने एनएच को बहाल किया।