इसके अलावा चार राज्यों छत्तीसगढ़, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सामान्य बारिश का अनुमान है। छह राज्यों में सामान्य से कम बारिश का अनुमान है।
इन छह राज्यों में ओडिशा, असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा शामिल हैं। जलवायु विज्ञानियों का कहना है कि बारिश के दिनों में कमी आ रही है, जबकि भारी बारिश की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके चलते ही बाढ़ और सूखे की समस्या देखने को मिल रही है। इससे पहले नौ मार्च को प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने सामान्य मानसून का अनुमान जारी किया था। यानी जून से सितंबर तक चार महीने में 96 से 104 फीसदी के बीच बारिश हो सकती है।