क्रिकेट:भारत के युवा क्रिकेटर रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल जीतकर रिकॉर्ड छठा आईसीसी अंडर-19 वनडे विश्व कप खिताब जीतने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे। इसके बाद कुछ के करियर को उड़ान भरने के लिए पंख मिलेंगे जबकि कुछ गुमनामी में चले जाएंगे।

टूर्नामेंट में अजेय है भारतीय टीम
सहारन की अगुवाई वाली मौजूदा टीम शुरू में इतनी शानदार नहीं दिख रही थी क्योंकि कुछ महीने पहले वह अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में जगह बनाने में असफल रही थी, लेकिन यहां टीम फॉर्म में आ गई है। इस टूर्नामेंट 389 बनाने वाले सहारन टीम का प्रदर्शन प्रत्येक मैच में बेहतर होता गया और उसने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। बस सेमीफाइनल ही ऐसा था जिसमें उसने मेजबान दक्षिण अफ्रीका को महज एक विकेट से हराया। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अभी तक एक भी मैच नहीं हारी है।

सरफराज के भाई मुशीर से अच्छी पारी की आस
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल सरफराज खान के छोटे भाई मुशीर खान कप्तान उदय के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं और एक उपयोगी बाएं हाथ के स्पिनर भी हैं। उनसे फाइनल में भी बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज राज लिंबानी और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नमन तिवारी प्रभावी रहे हैं, लेकिन अगले स्तर के लिए तैयार नहीं हैं। लेकिन रविवार को उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इस स्तर के लिए काफी होगा।

2016 और 2020 के फाइनल में हारा था भारत :
भारत की अंडर-19 टीम ने 2012 और 2018 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था और इस चरण के खिताबी मैच में भी वह प्रबल दावेदार होगी। भारतीय टीम हमेशा आयु वर्ग के टूर्नामेंट में ‘पावरहाउस’ रही है और इस टूर्नामेंट में नौवीं बार फाइनल में पहुंचना इसका प्रमाण है। भारत की अंडर-19 टीम ने 2016 के बाद सभी फाइनल खेले हैं जिसमें से उसने 2018 और 2022 चरण में खिताब जीते जबकि 2016 और 2020 में उसे हार मिली

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