मानसून सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस सरकार के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन, पुलिस के साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं की धक्का मुक्की

शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन आज भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। मंहगाई, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं पर अत्याचार तथा आपदा राहत में बंदरबांट के विरोध और पहली केबिनेट में एक लाख युवाओं को रोजगार देने के साथ ही महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये देने, 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने तथा किसानों से गोबर खरीदने जैसे वादों और गारंटियों को पूरा न करने के खिलाफ आवाज बुलंद की है। चौड़ा मैदान में भाजपा के पूरे प्रदेश से सैंकड़ों कार्यकर्ता एकत्रित हुए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा लगाए बेरीगेट्स तोड़कर विधानसभा की ओर कूच करने की कोशिश की इस दौरान पुलिस कर्मियों के साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं की जमकर झड़प भी हुई जिसमे कुछ को चोटें भी आई है।

भाजपा आपदा राहत का ठीक से आवंटन नहीं कर पाने, जनता को दी गारंटियों को लागू नहीं करने, महंगाई जैसे विभिन्न मुद्दों पर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला है।

भाजपा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा चुनाव के समय झूठे वादों और गारंटियों से जनता को गुमराह करके सत्ता में आई कांग्रेस का असली चेहरा 9 महीनों में ही बेनकाब हो गया है। इस सरकार का न तो कोई विजन है और न ही कोई प्राथमिकता। सत्ता के मजे ले रही इस सरकार को जनता की पीड़ा का भी कोई अहसास या परवाह नहीं है। प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए भी सरकार में कोई तालमेल नजर नहीं आया। मुख्यमंत्री, मंत्री और कांग्रेस नेता अलग-अलग राग अलापते रहे। जयराम ठाकुर ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं के रिजल्ट नहीं निकाले जा रहे हैं। पीडब्ल्यूडी और आईपीएच समेत कई अन्य विभागों और संस्थानों से हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों को घर भेज दिया गया। इसके चलते प्रदेश में अराजकता का माहौल है। कांग्रेस शासनकाल में आए दिन कानून की धज्जियां सरेआम उड़ रही हैं।

वन्ही इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि पहली ही कैबिनेट में प्रदेश में 1 लाख युवाओं को नौकरी दी जाएगी। लेकिन आज कई कैबिनेट की बैठक हो गई और युवा आज भी बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस सरकार ने युवाओं के साथ ठगी की ओर रोजगार के नाम पर उनका शोषण भी किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में अब कानून व्यवस्था भी बुरी तरह से चरमरा गई है। चंबा में एक दलित युवक की हत्या कर दी गई और उसके टुकड़े कर खड्ड में फेंक दिए गए। लेकिन कांग्रेस सरकार के मुखिया सुखविंदर सिंह आज तक उस पीड़ित परिवार से मिलने के लिए चंबा भी नहीं पहुंचे हैं। हिमाचल प्रदेश में आज ऐसा कोई भी जिला नहीं है। जहां पर महिलाओं के साथ अपराध के मामले ना बढ़े हो। इससे बड़ी शर्मनाक बात कांग्रेस सरकार के लिए और क्या हो सकती है कि वह प्रदेश में मातृ शक्ति को भी सुरक्षा प्रदान नहीं करवा पा रहे हैं। कहा कि प्राकृतिक आपदा से पीड़ित लोगों को सरकार ना तो राहत दे पा रही है और ना ही उन्हें दोबारा घर बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवा पा रही है। बिंदल ने कहा कि अगर कांग्रेस के नेताओं से सरकार नहीं संभलती है तो वह उसे तुरंत छोड़ दें और भाजपा उन्हें प्रदेश में सरकार का सही संचालन करके बताएगी।

 

 

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