ऑनलाइन ठगी:साढ़े 3 साल में 203 लोगों से 5.58 करोड़ की ऑनलाइन ठगी, 60% बुजुर्ग बने शिकार

1 min read

पंजाब दस्तक: अमृतसर शहर में साइबर क्राइम दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ज्यादातर ऑनलाइन ठगी मारने वाले गिरोह बिहार, यूपी, आसाम, तेलगांना के निकल रहे हैं जो लोगों को फोन करके झांसे में लेकर बैंक अकाउंट से लाखों उड़ा रहे हैं। इस साल 6 महीने में 32 केसों में 50 लाख की साइबर ठगी हो चुकी है। वहीं साढ़े 3 साल में 203 केसों में करीब 5.58 करोड़ की ऑनलाइन ठगी मारी गई है। 60 फीसदी केसों में बुजुर्ग ठगी का शिकार हुए हैं।

साइबर ठगी के लिए नए पैटर्न में शेल कंपनियां बनाकर लोगों के खातों से रकम उड़ाई जा रही है। यह अलग-अलग गिरोह नए-नए तरीकों से लोगों के साथ ठगी मार रहे हैं। अपराधियों के दर्जनों स्लीपर सैल ठगी को अंजाम दे रहे हैं। अब बिहार की जामताड़ा गैंग पंजाब में भी सक्रिय हो गई है। वहीं कुछ पंजाब के भी ग्रुप बिहार-यूपी के गिरोह से जुड़े हुए हैं। वहीं, साइबर क्राइम के 203 केसों में पुलिस सिर्फ 2 केसों में ही 5 आरोपियों को पकड़ा पाई, जो पंजाब के रहने वाले हैं। बुजुर्गों को ठग आसानी से फोन करके अपने झांसे में फंसा लेते हैं। बुजुर्गो को एक बार नहीं, दूसरी बार भी ठग अपना शिकार बना लेते हैं।

वर्ष 2022 को अमन एवेन्यू के रहने वाले 70 वर्षीय सुखविंदर सिंह के साथ 3 दिन में साइबर क्राइम करने वालों ने 5 बार कॉल करके झांसे में लेकर 6 लाख 48 हजार रुपए की ठगी मारी। . बसंत एवेन्यू के जुबिन खुराना के साथ 5 बार में 15 लाख की ठगी हुई । मकबूलपुरा पुलिस ने 27 जून को केस दर्ज किया है। . रणजीत एवेन्यू के सूरज से 4. 75 लाख की ठगी । 10 जून को केस दर्ज हुआ । . न्यू अमृतसर के हरदीप सिंह से 5.33 लाख की ठगी। मई में केस दर्ज किया था।

साइबर क्राइम के 70 फीसदी केसों में ठग बाहरी राज्यों से अमृतसर के लोगों को फोन करके झांसे में लेकर दो-तीन अकाउंटों में थोड़े-थोड़े पैसे डलवाते हैं। इसके बाद पैसे निकालने के बाद उस अकाउंट को फ्रीज कर देते हैं। पुलिस ने साइबर ठगी के पीड़ितो की तरफ से दिए गए अकाउंटों की जांच की तो वो अलग-अलग राज्यों के होते हैं जो जिसके नाम पर अकाउंट होता है वो भी फर्जी होता है। इसीलिए आरोपियों को पता नहीं चल पाता। इन गिरोहों के पास ज्यादा गिनती में बैंक अकाउंट होते हैं।

ज्यादातर अकाउंटों में पहले से कोई ट्रांसजेक्शन नहीं होता। 2022 में ऑनलाइन ठगी मारने वाले गिरोह ने एक नया तरीका अपनाया है। वो पहले लोगों को कॉल करके प्यार से बात करते हुए कहते है कि उन्हें पहचाना वो उनका रिश्तेदार है जो विदेश गया हुआ है। इतने में पीड़ित सोचने लगता है और किसी न किसी का नाम ले लेता है जो विदेश गया होता है। फिर ठग उसी का नाम लेकर कहता है कि मैं वहीं हूं और हाल चाल पूछ फोन काट देता है। कुछ घंटे के बाद दोबारा फोन करके विदेश में किसी के साथ झगड़ा हो गया है और एक लड़का उससे मर गया है कि बात कहकर पीड़ित से जमानत के लिए पैसे मांगता है।

वहीं दूसरा तरीका यह है कि ठग कहता है कि वो इंडिया आकर बिजनेस खोलना चाहता है कि पीड़ित के अकाउंट में पैसे डाल रहा है। कुछ पैसे एक एजेंट देने हैं। पीड़ित के अकाउंट में पैसा आता नहीं और फिर उसे कहा जाता है कि पैसा भेज दिया है विदेश से आ रहा है तो एक दिन लगेगा कि अपने पास से इतने लाख एजेंट के अकाउंट में डाल दो और लोग इसी झांसे में आकर पैसा डाल देते हैं और ठगी का जाती हैं।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours