पंजाब दस्तक: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जालंधर से सांसद संतोख चौधरी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उनके विधायक बेटे का दावा है कि उन्हें कोई दिल की बीमारी या BP की प्रॉब्लम नहीं थी, इसके बावजूद कार्डियक अरेस्ट ने उनकी जान ले ली।
डॉक्टरों के मुताबिक, सांसद को हार्ट अटैक आने के पीछे 2 कारण हो सकते हैं…
- पहला ठंड, आज पंजाब में बहुत अधिक ठंड थी। बठिंडा में पारा जहां 0.6 डिग्री था, वहीं अमृतसर में 1.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जालंधर-लुधियाना रोड पर भी तापमान 5 डिग्री से कम दर्ज किया गया। ऐसे में ठंड के कारण सांसद को हार्ट अटैक आया होगा।
- दूसरा, सुबह-सुबह उन्होंने राहुल गांधी के साथ महज 300 मीटर वॉक की थी। रास्ते में अचानक उनकी छाती में दर्द उठा। उन्हें अस्पताल ले जाते हुए डॉक्टर्स ने 2 बार CPR दिया, इमरजेंसी शॉक भी दिया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। लगातार चलने से हार्ट बीट बढ़ जाती है, जिससे अटैक का खतरा होता है।
ठंड में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता
सर्दी में हार्ट अटैक का खतरा 31 फीसदी तक बढ़ जाता है, लेकिन ठंड में हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले क्यों बढ़ते हैं और कैसे इनका खतरा कम किया जा सकता है, बता रहे हैं फोर्टिस एस्कॉर्ट हॉस्पिटल अमृतसर के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. हरिंदर पाल सिंह…
सोते समय शरीर की एक्टिविटीज स्लो हो जाती हैं। BP और शुगर का लेवल भी कम होता है, लेकिन उठने से पहले ही शरीर का ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम उसे सामान्य स्तर पर लाने का काम करता है। यह सिस्टम हर मौसम में काम करता है, लेकिन ठंड के दिनों में इसके लिए दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे जिन्हें हार्ट की बीमारी है, उन्हें हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है।
सर्दियों में सिकुड जाती हैं नसें
ठंड के मौसम में नसें ज्यादा सिकुड़ती हैं और सख्त बन जाती हैं। ऐसे में जब नसों को एक्टिव करने के लिए एक्सरसाइज करते हैं तो उनके गर्म होने से ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने से हार्ट अटैक होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
ऐसे में 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, जिन्हें पहले से ही दिल की बीमारी या BP की समस्या है। इनको दिसंबर से मार्च तक सुबह सैर नहीं करने की सलाह दी जाती है। उनके लिए ज्यादा ठंड जानलेवा हो जाती है।