नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बीच राजनीतिक दलों के नेताओं की बयानबाजी के गिरते स्तर पर चुनाव आयोग ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। चुनाव आयोग ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को नोटिस जारी कर दोनों पार्टियों के अध्यक्षों और स्टार प्रचारकों से अपने चुनावी भाषणों में सावधानी बरतने और मर्यादा बनाए रखने के लिए कहा। लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी समेत कांग्रेस के नेता अपने भाषणों में संविधान बचाने और अग्निवीर स्कीम का बार-बार जिक्र कर रहे हैं। वहीं भाजपा के नेता अपनी स्पीच में मुसलमान और धर्म पर जोर दे रहे हैं। आयोग ने कांग्रेस की शिकायतों और उन पर भाजपा की ओर से प्रस्तुत जवाब के विश्लेषण के साथ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को बुधवार को लिखे पत्र में निर्देश दिया है कि पार्टी अध्यक्ष के रूप में वह ऐसे भाषण और वक्तव्य न दें, जो ‘समाज में दरार पैदा कर सकते हैं’ तथा अपने स्टार प्रचारकों को भी उसका यह निर्देश बता दें।
आयोग ने भाजपा अध्यक्ष से कहा है कि चुनाव आते-जाते रहते हैं, पर आप की पार्टी जैसे दल बने रहेंगे और भारत का सामाजिक-सांस्कृतिक तानेबाने की रक्षा इन सबसे भी बढ़ कर है। आयोग ने भाजपा अध्यक्ष को निर्देश दिया है कि वह अपनी पार्टी के स्टार प्रचारकों के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह करें और उन्हें औपचारिक नोट भेज कर अपने वक्तव्यों को मर्यादित रखने तथा प्रचार में धार्मिक या सांप्रदायिक बातें न करने को कहें। इसके अलावा भाजपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने कांग्रेस से कहा कि वह संविधान को लेकर गलत बयानबाजी न दे। जैसे कि भारत के संविधान को खत्म किया जा सकता है या बेचा जा सकता है। वहीं अग्निवीर स्कीम पर आयोग ने कांग्रेस के स्टार प्रचारकों और उम्मीदवारों को निर्देश दिया कि वे रक्षा बलों का राजनीतिकरण न करें और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना को लेकर विभाजनकारी बयान न दें।
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