चंडीगढ़, सुरेंद्र राणा: पंजाब के 25 स्कूलों के नाम अब स्वतंत्रता सेनानियों और सरहदों की रक्षा करते वक्त अपनी जान न्योछावर करने वाले बलिदानियों के नाम पर होंगे। शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर अब सरकारी हाईस्कूल खटकड़कलां को नई पहचान मिलेगी। खटकड़कलां ही शहीद-ए-आजम भगत सिंह का पैतृक गांव है। इसी तरह 29 दिंसबर, 2021 को जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में सर्वोच्च बलिदान देने वाले जसबीर सिंह के नाम से तरनतारन के गांव वेईपुई का सरकारी स्कूल जाना जाएगा।
फांसी का फंदा चूमने वाले शहीद-ए-आजम भगत सिंह पंजाब समेत देशभर के युवाओं के आदर्श हैं। उन्होंने मात्र 23 वर्ष की आयु में देश के लिए जीवन कुर्बान कर दिया था। अब आजादी के करीब 76 साल बाद उनके गांव का स्कूल भगत सिंह के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि नवांशहर जिले का खटकड़कलां गांव शहीद भगत सिंह का पैतृक गांव है। यहां बने म्यूजियम में उनकी यादों को संजोकर रखा गया है।
बता दें कि 18 महीने पहले पंजाब की सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार ने फैसला किया था कि स्कूलों के नाम शहीदों, गुरुओं और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखे जाएंगे। पहले 75 स्कूलों के नाम बदले गए थे।
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