पंजाब दस्तक, सुरेन्द्र राणा: पंजाब में 13 जगह चल रहा किसान जत्थेबंदियों का रेल रोको आंदोलन शनिवार को तीसरे दिन समाप्त हो गया। शनिवार शाम पांच बजे के बाद ट्रेनों को रेलवे ने निर्धारित स्टेशनों के लिए रवाना किया। वहीं, किसान संगठनों ने घोषणा की है कि वे 23 और 24 अक्तूबर को किसानी दशहरा मनाएंगे।
इस दौरान केंद्र सरकार की जनघातक नीतियों के विरोध में मोदी सरकार और कॉरपोरेट घरानों का पुतला जलाया जाएगा। वहीं, धरने के तीसरे दिन किसान संगठनों ने पंजाब के मानावाला टोल प्लाजा (अमृतसर) पर धरना दिया। इस दौरान किसानों और टोलकर्मियों में झपड़ भी हो गई, जिसे पुलिस ने शांत कराया।
फिरोजपुर मंडल प्रबंधक संजय साहू ने बताया कि 28 से 30 सितंबर तक किसानों का आंदोलन चला। शनिवार शाम पांच बजे तक आंदोलन के कारण 376 ट्रेनें रद्द, 89 शॉर्ट टर्मिनेट, 46 शॉर्ट ओरिजिनेट व 70 के रूट परिवर्तित कर उन्हें अन्य शहरों के लिए रवाना किया है।
पूरे डिवीजन में 10788 यात्रियों को 52.36 लाख रुपये का रिफंड किया है। आंदोलन से 581 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, जिनमें 17 मालगाड़ियां हैं। यात्रियों को स्टेशन पर कोई परेशानी न हो इसके लिए खानपान की व्यवस्था की गई और टिकट रिफंड के लिए अतिरिक्त काउंटर खोले गए।
अमृतसर के टोल पर हुई झपड़
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने शनिवार बाद दोपहर पंजाब के टोल प्लाजों पर भी कब्जा कर लिया, जिन्हें शाम को खाली किया गया। इस दौरान अमृतसर के मानावाला टोल प्लाजा स्टाफ और किसानों के बीच धरना देने के दौरान झड़प हो गई। किसान टोला प्लाजा बंद करने पर अड़ गए। वहीं, दूसरी ओर टोल प्लाजा कर्मियों का कहना था कि एक दिन टोल बंद होने से कंपनी को तकरीबन 2 लाख रुपये का नुकसान होता है। अंत में पुलिस ने पक्षों को शांत कराया।
+ There are no comments
Add yours