शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल प्रदेश में बिजली, पानी के बाद अब खाद्य पदार्थों के बढ़े दामों ने महंगाई का झटका दिया है। दाल, चीनी, मसालों के दाम 10 से 15 फीसदी बढ़ गए हैं। पहले से ही महंगाई की मार से जूझ रहे गरीबी रेखा से नीचे और मध्यम वर्ग के तबके को अब परिवार के पालन-पोषण के लिए और जेब ढीली करनी होगी। पिछले दस दिन के भीतर ही चीनी के दामों में दो से तीन रुपये प्रति बढ़ोतरी हुई है।
इसके साथ दाल उड़द, साबुत मूंग, काबुली चने, मूंग धुली, दाल चना, वनस्पति घी सहित मसालों के दामों में भी उछाल आया है।
व्यापारियों की मानें तो दामों में अभी और वृद्धि हो सकती है। गैस सिलिंडर के दाम 1150 रुपये हो चुके हैं। खाद्य तेल 160 से 180 रुपये तक पहुंच गया है। ऐसे में दालों, मसालों और चीनी के दाम बढ़ जाने से आम जनता पर बोझ बढ़ गया है।
दिहाड़ी लगाने वाला तबका अब महंगाई के कारण परिवार के पालन पोषण के लिए चिंता में पड़ गया है। इससे पहले दूध, दही के दाम भी बढ़ चुके हैं। हालांकि प्रदेश सरकार सब्सिडी के तौर पर सूबे के लोगों को तीन दालें, चावल, आटा और चीनी उपलब्ध करवा रही है, लेकिन फिर भी आम जनता को परिवार का पालन पोषण करने के लिए खुले बाजार से सामान खरीदना पड़ता है। यही नहीं, पशुओं के खाने में प्रयोग होने वाला तारामीरा भी महंगा हो गया है। पशुपालकों को 70 रुपये में मिल रहा तारामीरा अब 80 रुपये में खरीदना पड़ेगा।
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