परीक्षा का आयोजन सीसीटीवी कैमरों में निगरानी में किया गया। इसकी पूरी वीडियोग्राफी की गई। स्मार्ट वाच, हैंड बैग, फोन, पेजर, ब्लू टूथ डिवाइस, इयर फोन, बुक, छातों को भी परीक्षा केंद्र के बाहर रखवाया गया। ज्वैलरी, चेन, बालियों को भी परीक्षा केंद्र में ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। कई केंद्रों में अभ्यर्थियों के जूते, जैकेट, टोपी खुलवाकर तलाशी ली गई। हिमाचल पुलिस ने गड़बड़ी रोकने के लिए रेंज के अनुसार पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई थी।
1334 पदों के लिए 75,803 उम्मीदवारों ने ग्राउंड टेस्ट पास किया था। पेपर लीक मामले में फंसे 122 अभ्यर्थियों को रोलनंबर जारी नहीं किए गए। अभ्यर्थियों को बस स्टॉपेज और वापसी के लिए निशुल्क परिवहन सेवाएं उपलब्ध करवाई गई।