शिमला, सुरेन्द्र राणा;हिमाचल सरकार ने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) के हेड ऑफिस को शिमला से कांगड़ा शिफ्ट करने का निर्णय लिया है। 1972 से HPTDC का हेड ऑफिस किराए के भवन में चल रहा था। वर्तमान में इस दफ़्तर में लगभग 75 कर्मचारी कार्यरत हैं। शिमला शहर में बढ़ रहे बोझ को कम करने के मकसद से ये निर्णय लिया गया है। यह बात HPTDC अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आर एस बाली ने बीओडी की बैठक के बाद शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
आरएस बाली ने कहा कि धर्मशाला को पर्यटन राजधानी भी बनाया गया है। कांगड़ा में कई भवन खाली पड़े हैं जिनमें कुनाल होटल, कश्मीरी हाउस और रजियाना सहित कई भवन खाली पड़े हैं। उनमें HPTDC के हेड ऑफिस को शिफ्ट किया जा सकता है। इसके अलावा भी कई खाली भवन पड़े हैं। उनमें भी इस दफ़्तर को शिफ्ट किया जा सकता है। सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। प्रक्रिया पूरी कर दफ्तर कांगड़ा शिफ्ट किया जाएगा।
आर एस बाली ने बताया कि BOD की बैठक में HPTDC के 56 होटलों का जीर्णोद्वार करने का भी फैसला लिया है। HPTDC की संपतियां जिनमें ताले लटके हैं और समान जंग खा रहा है उसको भी लीज पर देने का विचार किया जाएगा। जो संपत्तियां चलने वाली होंगी उनको चलाया जाएगा। ऐसी करोड़ों की संपत्तियां माता का बाग , बीड़ बिल्डिंग, ट्यूलिप गार्डन के अलावा और भी हैं इनमें ADB का करोड़ों का पैसा लगा हुआ है।
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