शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल में पहुंची चिट्टा तस्करी के तार अब पाकिस्तान से जुड़ गए हैं। एसपी संजीव गांधी की अध्यक्षता में पुलिस टीम ने पाकिस्तान बार्डर से आने वाली हेरोइन/चिट्टा के तस्कर गुरमीत उर्फ गुरी को पाकिस्तान के साथ लगते फिरोजपुर के हुसैनवाला बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। शिमला पुलिस की स्पेशल टीम द्वारा जिला में बाहरी क्षेत्रों से आने वाली चिट्टा तस्करी के मुख्य नेटवक्र्स पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, जिसमें एक नेटवर्क में भारत-पाकिस्तान सीमा से चिट्टा की तस्करी करने वाले आरोपियों में से एक आरोपी को हुसैनवाला बॉर्डर के पास से गिरफ्तार किया गया है। चिट्टा तस्करी में गुरमीत गैंग के दो तस्करों से पंजाब पुलिस ने दो किलो चिट्टा पकड़ा है। गुरमीत उर्फ गुरी के दो साथी भुटा सिंह और गुरप्रीत सिंह गोपी दोनों चिट्टा तस्करी के आरोप में मलनवाला पुलिस थाना में बंद हैं। शिमला पुलिस ने शाह गैंग के बाद अब गुरमीत गैंग का भंडाफोड़ किया है।
चिट्टा तस्करी में शामिल युवाओं से लेकर अधिकारियों को शिमला पुलिस ढूंढ कर खदेड़ रही है। एसपी संजीव गांधी के नेतृत्व में शिमला पुलिस ने राधे गैंग, रंजन गैंग, शाही महात्मा, शाह गैंग और अब गुरमीत गैंग का भंडाफोड़ किया है। एएसपी शिमला रत्न नेगी ने बताया कि गुरमीत एक अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी का सरगना है, जो नापाक गतिविधियों का नेटवर्क चला रहा था, उसे शिमला पुलिस ने पाकिस्तान के साथ लगते हुसैनवाला बॉर्डर से किया गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि चिट्टा तस्करी का आरोपी गुरमीत उर्फ गुरी पिछले कई महीनों से शिमला और आसपास के इलाकों में चिट्टे की आपूर्ति कर रहा था। गुरमीत उर्फ गुरी ठियोग में कपड़े की दुकान करता था। लॉकडाउन के बाद वह पंजाब वापस लौट गया था। पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी ने फरीदकोट जिला के साटिक में जमीन बेचकर शिमला में चिट्टे की तस्करी शुरू कर दी। शिमला पुलिस आरोपी गुरमीत उर्फ गुरी के बैंक खातों की डिटेल के साथ आरोपी की सीडीआर डिटेल भी खंगाल रही है।
एसपी शिमला संजीव गांधी का कहना है कि गुरमीत को फिरोजपुर के हुसैनवाला बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपी के मनी ट्रेल भी खंगाल रही है। आरोपी के बैंक खातों की जांच में कई अहम खुलासे हो सकते हैं। नशा तस्करों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। शिमला पुलिस उन लोगों की जमानत रद्द करने के लिए आवेदन करेगी, जो नारकोटिक्स अपराधों के तहत अपराध दोहरा रहे हैं। ये बार-बार अपराध करने वाले लोग जमानत पर बाहर आने पर बड़े सुपर स्प्रेडर बन गए हैं।
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