आज 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस(dhanteras) , भौम प्रदोष व्रत (Bhaum pradosh vrat) और यम दीपम है. धनतेरस से दिवाली पर्व की शुरुआत हो जाती है. धनतेरस पर आज शुभ मुहूर्त में सोना-चांदी, वाहन, संपत्ति की खरीदी करें, महंगी चीजें नहीं खरीद पा रहे हैं तो जौ या खड़ा धनिया जरुर घर लाएं.

मान्यता है इससे लक्ष्मी जी घर में स्थाई रूप से वास करती हैं. इस दिन शाम को प्रदोष काल में यम के नाम दक्षिण दिशा में तेल का दीपक जलाना चाहिए. इससे यमराज प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति की आयु लंबी होती है.।आज भौम प्रदोष व्रत भी है. ऐसे में जो लोग कर्ज चुकाने में परेशानियों का सामना कर रहे हैं वो मंगल देव की पूजा करें, और चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर बजरंगबली को चोला चढ़ाएं. इससे कर्ज से छुटकारा मिलता है.

आज का पंचांग, 29 अक्टूबर 2024

तिथि द्वादशी (28 अक्टूर 2024, सुबह 7.50 – 29 अक्टूबर 2024, सुबह 10.31

पक्ष कृष्ण

वार मंगलवार

नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी

योग इंद्र, त्रिपुष्कर

राहुकाल दोपहर 2.51 – शाम 04.15

सूर्योदय सुबह 06.28 – शाम 05.41

चंद्रोदय प्रात: 4.27 – दोपहर 03.57, 30 अक्टूबर

दिशा शूल उत्तर

चंद्र राशि कन्या

सूर्य राशि तुला

शुभ मुहूर्त, 29 अक्टूबर 2024

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.46 – सुबह 05.37

अभिजित मुहूर्त सुबह 11.43 – दोपहर 12.28

गोधूलि मुहूर्त शाम 05.45 – शाम 06.11

विजय मुहूर्त दोपहर 01.59 – दोपहर 02.44

अमृत काल मुहूर्त सुबह 10.25 – दोपहर 12.13

निशिता काल मुहूर्त रात 11.40 – प्रात: 12.31, 30 अक्टूबर

आज का उपाय

धनतेरस पर घर में नमक का पौंछा लगाएं और नमक खरीदकर लाएं. मान्यता है इससे नेगेटिविटी दूर होती है. घर में दरिद्रता का नाश होता है. गृह क्लेश से मुक्ति मिलती है.

धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त

29 अक्टूबर को गोधूलि काल का आरंभ शाम 6 बजकर 31 मिनट से होगा और यह रात 8 बजकर 31 मिनट तक चलेगा. धनतेरस की पूजा के लिए आपको 1 घंटा 42 मिनट का अवसर प्राप्त होगा.

खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त

ऋषिकेश पंचांग के अनुसार धनतेरस के दिन तीन विशेष शुभ मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं, जिनमें जातक सोना, चांदी, आभूषण, बर्तन, भूमि आदि की खरीदारी कर सकते हैं.

1. पहला शुभ मुहूर्त सुबह 07:50 से 10:00 बजे तक है. यह समय वृश्चिक लग्न का है, जिसे स्थिर और अत्यंत शुभ माना जाता है.

2. दूसरा शुभ मुहूर्त कुंभ लग्न का है, जो दोपहर 02:00 से 03:30 बजे तक रहेगा. यह भी स्थिर और शुभ माना जाता है.

3. तीसरा शुभ मुहूर्त प्रदोष काल का है, जो संध्या 06:36 से 08:32 बजे तक रहेगा. इनमें से यह मुहूर्त सबसे उत्तम और शुभ माना जाता है. शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है.

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