नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत देकर देश के लोगों को यह संदेश दिया है कि भारत में संविधान से ऊपर कोई नहीं है। आप के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि श्री केजरीवाल को किसी गलत काम या भ्रष्टाचार के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया था। भाजपा हमसे चुनाव में नहीं जीत पाती, इसलिए हमारी पार्टी को तोडऩे के लिए श्री केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आखिरकार सत्य की जीत हुई। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। जमानत ने साबित कर दिया है कि सच को कभी दबाया नहीं जा सकता। इन्कलाब जिंदाबाद। आप के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि श्री केजरीवाल ने देश के तानाशाह को झुकाने का काम किया।
इस तथाकथित आबकारी मामले में कहीं कुछ नहीं मिला। किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कुछ नहीं मिला। भाजपा और मोदी सरकार ने झूठ का पहाड़ खड़ा करके, ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल करके आम आदमी पार्टी और श्री केजरीवाल को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन वह भूल गए कि सच की जीत होती है और अन्याय का अंत होता है। उन्होंने कहा कि तानाशाही का अंत होता है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अखबारों में छपा है कि इस मामले में करीब 40 लोगों को आरोपी बनाया गया था और मात्र दो लोग ही अभी जेल में थे, इसलिए अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलना तय था। उच्चतम न्यायालय ने आज जिस तरह केंद्र सरकार की जांच एजेंसियों के बारे में टिप्पणी की है, यह केंद्र के लिए बहुत बड़ी फटकार है।
लड्डू बांटने की इतनी जल्दबाजी न करे आप
बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कहा है कि आप को लड्डू बांटने की इतनी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। जिस आधार पर केजरीवाल को जमानत मिली है। वह केस की मेरिट पर नहीं है। केजरीवाल को जमानत इसलिए दी गई है कि जेल अपने आप में अपवाद माना जाता है और बेल एक नियम, जजों का यह कहना था। जजों का यह भी कहना था कि सभी की सिविल लिबर्टीज जरूरी हैं। इस केस में जल्द ही सुनवाई होगी। केजरीवाल को जमानत देने के दौरान कोर्ट ने सख्त शर्त भी रखी है।
जेल वाला सीएम अब बेल वाला बन गया
भाजपा ने सीएम केजरीवाल को मिली बेल के बहाने सवाल पर उठाते हुए उनका इस्तीफा मांगा है। राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने कट्टर बेईमान, आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को फिर से आईना दिखाया है। जो आदेश पारित हुआ है, उसमें भ्रष्टाचारी केजरीवाल को सशर्त जमानत मिली है। जेल वाला सीएम अब बेल वाला सीएम बन गया है। अब अरविंद को चाहिए कि वह अपने पद से इस्तीफा दे दें, लेकिन वह ऐसा करेंगे नहीं, क्योंकि उनमें जरा भी नैतिकता नहीं बची है।
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