शिमला, सुरेन्द्र राणा: शिमला के शिव बावड़ी हादसे की आज पहली बरसी है।आज से ठीक एक साल पहले शिमला के समरहिल शिव बावड़ी में प्राकृतिक आपदा के चलते 20 लोग काल का ग्रास बन गए थे। शिव बावड़ी हादसे की पहली बरसी पर दुःखद हादसे में जान गवाने वाले लोगो को आज़ उसी स्थान पर परिजनों के अलावा स्थानीय लोगों और सरकार में स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने नम आंखों से श्रद्धांजली अर्पित की।
इस मौक़े पर हादसे में जान गवाने वाले लोगों के परिजन हादसे को याद कर काफ़ी गमगीन थे । हादसे में जान गवाने वाले युवक की मां हादसे को याद कर भावुक हो गयी। नम आंखों से महिला ने कहा कि यह दर्दनाक हादसा था और अब उन्होंने यहां आना ही छोड़ दिया।घटना के बाद वो पहली बार यहाँ आई है।बेटे की आत्मा को शांति मिले इसके लिए उसकी याद में एक पौधा लगाया है।
समरहिल के पार्षद वीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि 14 अगस्त 2023 का दिन समरहिल वासियो के लिए बहुत बुरा दिन था। 20 लोगो ने एक साथ जान गंवाई थी। पहले लोग यहां से आते जाते थे लेकिन हादसे के बाद से लोगो ने रास्ता बदल दिया है और यहां आना जाना छोड़ दिया है। अभी भी मंदिर के आसपास खतरा है क्योंकि लोगों ने नालों को ब्लाक कर दिया है ऐसे में कभी भी हादसा हो सकता है।
स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री धनी राम शांडिल ने कहा कि समरहिल शिव बावड़ी हादसा एक हृदय विदारक घटना थी। इसमें एक पूरा परिवार काल का ग्रास बन गया था और कुल 20 लोगो ने जान गंवाई थी। सरकार आपदा प्रभावित्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है और लोगो को हर संभव मदद पहुँचा रही है।
इस तरह की घटना भविष्य में न हो इसके लिए सरकार ने नदी नालों के किनारों में निर्माण कार्यों को लेकर भी कुछ मापदंड भी तय किए हैं जिन्हें सख्ती से लागू किया जा रहा है। शिव बावड़ी के आसपास असुरक्षित जगह पर निर्माण में अगर सुधार की आवश्यकता होगी तो उसे जरूर किया जायेगा।
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