शिमला, सुरेन्द्र राणा: हिमाचल प्रदेश में मानसून दस्तक दे चुका है। बीते वर्ष प्रदेश में मानसून ने भयंकर तबाही मचाई थी ऐसे में प्रदेश में सरकार और प्रशासन विपरीत परिस्थितियों के लिए अधिक सतर्क है। प्रदेश में मानसून को लेकर बीते 13 जून को मानसून और प्री मानसून को लेकर सभी महत्वपूर्ण विभागों की अहम बैठक हुईजिसमें सभी विभागों को डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत अलर्ट मोड में सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

इसके अलावा विपरीत परिस्थितियों के लिए NDRF SDRF पुलिस और होमगार्ड के अतिरिक्त बल को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में डिप्लॉय कर दिया गया है।

हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मेंबर सेक्रेटरी और अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में मानसून दस्तक दे चुका है। प्रदेश में बरसात के कारण किसी भी संभावित नुकसान को लेकर आपदा प्रबंधन की तैयारीयां पूरी कर ली है। इसको लेकर प्री मानसून के प्रदेश में आने से पहले 13 जून को सभी विभागों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई थी। बैठक में सभी विभागों को आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत अलर्ट पर रहने की निर्देश दिए गए हैं।

ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि बीते वर्ष बड़ा नुकसान प्रदेश में भारी बरसात के कारण हुआ हालांकि इस वर्ष मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से प्रदेश में मानसून के सामान्य और सामान्य से कम रहने की संभावना है। बावजूद इसके किसी भी परिस्थिति के लिए प्रशासन और सरकार पूरी तरह से तैयार है। ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि किसी भी संभावित दुर्घटना को लेकर एनडीआरएफ एसडीआरएफ पुलिस और होमगार्ड के जवानों की तैनाती दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में की गई है।

 

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