पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराकर कुछ लोग सरेआाम, तो कुछ परोक्ष रूप से मुख्यमंत्री बनने की चाहत पाले घूम रहे थे। यह बात ऊना के बहडाला व हरोली विधानसभा क्षेत्र के हीरा नगर, समनाल, कांगड़, धर्मपुर, लोअर बढ़ेड़ा, कर्मपुर, चांदपुर, कुंगड़त व ईसपुर गांवों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कही।
उन्होंने कहा कि धनबल से प्रदेश सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा गया, लेकिन भाजपा के मंसूबे कामयाब नहीं हुए। राज्यसभा की एक सीट के लिए भाजपा ने नौ चुने गए विधायकों की विधायकी दांव पर लगा दी। कांग्रेस पार्टी से दगा करने वाले विधायकों को अपनी सीट गवंानी पड़ी, वहीं सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें राहत नही मिली। अब जनता की अदालत में भी उनके लिए नो एंट्री के बोर्ड लग गए हैं। हिमाचल में कांग्रेस की सरकार ठोंक-बजाकर पांच साल चलेगी। मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि 14 माह के विधायक प्रदेश की राजनीति को तय करने निकले थे, लेकिन उन्हें मुंह की खानी पड़ी।
मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से 16 सालों से भाजपा के सांसद है, लेकिन उन्होंने कभी ऊना के हितों की आवाज नहीं उठाई। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद वोट ऊना से लेते हैं और क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में बनाते हंै। ऊना में भी कोई हवाई अड्डा बने, इसके लिए कभी केंद्र सरकार के पास पक्ष नहीं रखा। कांग्रेस प्रत्याशी को कमजोर बताने वाले भाजपा नेता अब हार को सामने देख परेशान हैं। सतपाल रायजादा ने अपनी मेहनत के बल पर चुनाव की दिशा बदल दी है।
मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि इस बार ऊना से सांसद बनाना है। इसलिए ऊना वाले एकजुट हो जाओ और हमला बोल दो। सबसे ज्यादा जिम्मेदारी ऊना विधानसभा क्षेत्र की है। यहां से भारी बढ़त सतपाल राजयादा को दिलानी है। जिला के पंाचों विधानसभा क्षेत्रों से रायजादा को अजेय बढ़त दिलाकर ऊना इतिहास रचें।
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