शिमला, सुरेंद्र राणा: नामांकन की छंटनी के बाद मैदान में अब लोकसभा में सबसे ज्यादा उम्मीदवार हमीरपुर और सबसे कम शिमला में बचे हैं। राज्य निर्वाचन विभाग ने संसदीय सीट के आधार पर स्थिति साफ कर दी है। संसदीय क्षेत्र कांगड़ा में कुल 23 नामांकन प्रपत्रों में से छंटनी के बाद 11 नामांकन, मंडी में 22 में से 10, हमीरपुर में 20 में से 12 और शिमला में कुल 15 नामांकन प्रपत्रों में से सात नामांकन प्रपत्र सही पाए गए। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में बहुजन समाज पार्टी के विजय कुमार, कांग्रेस के आशीष बुटेल जो दोनों अपने दलों के कवरिंग प्रत्याशी हैं और निर्दलीय उम्मीदवार संजय कुमार राणा के प्रपत्र रद्द किए गए हैं।
मंडी संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के सुंदर सिंह ठाकुर और भाजपा के गोविंद सिंह ठाकुर, जो दोनों अपने दलों के कवरिंग प्रत्याशी और निर्दलीय उम्मीदवारों लायक राम नेगी और सुखराम के प्रपत्र रद्द किए गए हैं। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में बसपा के रतन चंद कटोच, कांग्रेस की अंजना देवी, भाजपा के वीरेंद्र कंवर के नामांकन रद्द किए गए।
इन सभी ने कवरिंग कैंडिडेट के तौर पर अपने-अपने नामांकन दाखिल किए थे। शिमला संसदीय क्षेत्र में भाजपा की कवरिंग प्रत्याशी रीना कश्यप का नामांकन रद्द किया गया। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि छह विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनावों में 33 उम्मीदवारों के कुल 35 नामांकन प्रपत्रों में से 25 नामांकन प्रपत्र सही पाए गए।
उन्होंने बताया कि धर्मशाला, लाहुल-स्पीति और कुटलैहड़ में पांच-पांच, जबकि सुजानपुर में आठ उम्मीदवारों के भरे गए नौ प्रपत्रों में से आठ प्रपत्र, बड़सर में तीन में से तीन, गगरेट में आठ में से सात नामांकन प्रपत्र सही पाए गए। उन्होंने बताया कि धर्मशाला में कांग्रेस के सुरेश कुमार, लाहुल-स्पीति में कांग्रेस के अनिल कुमार और गगरेट में कांग्रेस की रेणु कालिया के नामांकन प्रपत्र रद्द किए गए हैं, जो सभी कवरिंग प्रत्याशी थे। उन्होंने बताया कि सुजानपुर और बड़सर में सभी नामांकन प्रपत्र सही पाए गए हैं। कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए एक उम्मीदवार की आपत्ति के कारण छंटनी प्रक्रिया आगामी दिवस के लिए स्थगित की गई है।
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