शिमला, सुरेंद्र राणा: राजनीतिक गहमागहमी के बीच हिमाचल प्रदेश के तीन निर्दलीय विधायकों ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा पहुंचकर अपना इस्तीफा दिया। निर्दलीय केएल ठाकुर, होशियार सिंह और आशीष शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा विधानसभा सचिव को सौंपा। निर्दलीयों के अनुसार उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के हित में विधायक पद से इस्तीफा दिया है। कहा कि भाजपा से विधानसभा उपचुनाव लड़ेंगे। भाजपा की ओर से जल्द टिकट तय होंगे। देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में आगे बढ़ रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा के नेतृत्व पर पूरा विश्वास है। कहा कि एक-दो दिन में भाजपा की सदस्यता लेंगे। इसके बाद निर्दलीय राज्यपाल से मिलने राजभवन रवाना हुए। निर्दलीयों ने विधानसभा अध्यक्ष से भी मुलाकात की।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं। हमें उनके इस्तीफे मिल गए हैं लेकिन हम इसके लिए नियमों और सांविधानिक प्रावधानों की जांच कर रहे हैं, अभी तक हमने उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं।उधर, तीनों निर्दलीय विधायकों के त्यागपत्र से राज्य की राजनीतिक में फिर से नए समीकरण बनने के आसार हैं। इनके इस्तीफे से खाली विधानसभा सीटों पर भी चुनाव होंगे। अब कुल नौ विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होना तय है। अयोग्य घोषित कांग्रेस के छह बागियों की सीटों पर उपचुनाव का शेड्यूल पहले ही जारी हो चुका है।
निर्दलीय विधायकों ने आरोप लगाया कि राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के समर्थन में मतदान करने के बाद से उन्हें सरकार की ओर से परेशानी किया गया। कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू इस स्तर पर गिर गए हैं कि वह विधायकों और उनके परिवारों को निशाना बना रहे हैं और उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर रहे हैं।
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