इंडी गठबंधन ने शक्ति के विनाश का ऐलान किया है तो भाजपा का एलान शक्ति की उपासना का है : बिंदल

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शिमला, सुरेंद्र राणा:  भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने इंडी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि रविवार मुंबई में इंडी अलायंस की तरफ से एलान किया गया कि हिंदू धर्म में समाहित शक्ति को समाप्त करना है। अगर उन्होंने शक्ति के विनाश का ऐलान किया है तो भाजपा का एलान शक्ति की उपासना का है। बिंदल ने कहा कि कांग्रेस के पास विकास का कोई भी एजेंडा नहीं है, इसलिए उनके नेता बड़े बड़े झूठ बोलते हैं। उसके बाद झूठ को छुपाने के लिए भी नए झूठ बोलते हैं और जब पकड़े जाते हैं तो अपने झूठ का ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ देते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार है जिसने हिमाचल में भोली-भारी जनता को ठगने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सिर्फ ये ही इरादा है कि लोगों को लूटकर अपनी जेबें भरो।

देश को बांटने का खेल खेलने लगी है कांग्रेस

बिंदल ने कहा कि कांग्रेस ने सबसे पहले जाति, समुदाय, धर्म और भाषा के आधार पर लोगों को बांटा। सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस ने देश का बंटवारा किया और एक बार फिर से कांग्रेस देश को बांटने वाले खतरनाक खेल खेलने लगी है।

बिंदल ने कहा की देश में महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर सशक्त बनाने के लिए मोदी सरकार कई शानदार योजनाओं का संचालन कर रही है। इसी सिलसिले में महिलाओं के लिए भारत सरकार एक बेहद ही शानदार योजना का संचालन कर रही है। इस स्कीम का नाम नमो ड्रोन दीदी योजना है।

नमो ड्रोन दीदी योजना भारत सरकार का एक इनोवेटिव प्रयास है। इस योजना के अंतर्गत सरकार महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण, ड्रोन के रखरखाव से जुड़ा प्रशिक्षण देगी। इस योजना के जरिए सरकार महिलाओं की आमदनी में बढ़ोतरी करना चाहती है। इस योजना का उद्देश्य कृषि लागत में कमी करके उपज में बढ़ोतरी करना है। इसी कड़ी में आज हम आपको नमो ड्रोन दीदी योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। नमो ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत सरकार महिलाओं को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग देकर अलग-अलग कृषि से जुड़े कार्यों के लिए प्रशिक्षण देगी। स्कीम के अंतर्गत सरकार 15,000 महिला स्वयं सहायता समूह को ड्रोन मुहैया कराएगी। स्कीम के अंतर्गत 10 से 15 गांवों के क्लस्टर में एक महिला को ड्रोन सखी के रूप में चुना जाएगा। ड्रोन सखी के रूप में चुनी गई महिला को 15 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी। ये महिलाएं ड्रोन के जरिए खेतों में यूरिया और पेस्टिसाइड का छिड़काव करेंगी । इसके अलावा महिलाओं को 15 हजार रुपये का वेतन भी दिया जाएगा।

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