शिमला, ब्यूरो चीफ,सुरेंद्र राणा: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में मची सियासी हलचल के बाद डैमेज कंट्रोल के लिए राजधानी शिमला पहुंचे कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने बुधवार दोपहर बाद कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों और मुख्य संसदीय सचिवों से एक-एक कर बैठक कर उनकी नब्ज टटोली।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ सबसे पहले बैठक की। इसके बाद विक्रमादित्य और प्रतिभा सिंह भी पर्यवेक्षक मिले। पर्यवेक्षकों ने देर रात तक बैठकें कर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के प्रति नाराजगी को लेकर विधायकों की टोह ली। सुक्खू के साथ भी लंबी बैठक चली। अब दोनों पर्यवेक्षक रिपोर्ट हाईकमान को देंगे। इन बैठकों के दौरान पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ल और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे।
विधानसभा सदन में कांग्रेस सरकार ने बेशक बजट पारित कर बड़ी सफलता प्राप्त कर ली है लेकिन कुछ विधायकों की नाराजगी के चलते प्रदेश के ठंडे मौसम में राजनीति अभी भी गरमाई हुई है। इस गर्माहट को ही कम करने के लिए बुधवार को कर्नाटक और हरियाणा से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिमला पहुंचे।
सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान विधायकों से पूछा गया कि मुख्यमंत्री सुक्खू को अगर बदलना हो तो, किस नेता को वह मुख्यमंत्री के तौर पर देखते हैं। पूछा गया कि सरकार की कार्यप्रणाली से कितने संतुष्ट हैं। उधर, सिसिल होटल के बंद कमरों में मंत्रियों, विधायकों और मुख्य संसदीय सचिवों ने क्या-क्या दुख दर्द ब्यां किया है, हालांकि इसकी पुख्ता जानकारी बाहर नहीं आई है।
राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ वोट डालने वाले पार्टी के छह विधायकों को मनाने का काम भी जारी है। शिमला पहुंचे पार्टी पर्यवेक्षक इन छह विधायकों से फोन के माध्यम से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। पार्टी से जुड़े रहने का हवाला देकर और मुख्यमंत्री के प्रति व्याप्त नाराजगियों को दूर करने की बात कहते हुए इन छह विधायकों सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो, इंद्रदत्त लखनपाल और चैतन्य शर्मा को मनाया जा रहा है।
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