शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट के लिए मंगलवार को हुई वोटिंग में कांग्रेसी विधायकों के जमकर क्रॉस वोटिंग करने की अटकलों के बाद CM सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली सरकार खतरे में आ गई है। हिमाचल में कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों के भाजपा के हक में क्रॉस वोटिंग करने की चर्चा है।
कांग्रेसी विधायकों में सुजानपुर के राजेंद्र राणा, धर्मशाला के सुधीर शर्मा, कुटलैहड़ के देवेंद्र भुट्टो, बड़सर के आईडी लखनपाल, लाहौल-स्पीति के रवि ठाकुर और गगरेट के चैतन्य शर्मा का नाम आ रहा है। ये सभी सभी वोटिंग से पहले सुबह एक ही गाड़ी में विधानसभा पहुंचे। विधानसभा के बाहर गाड़ी से उतरते ही भाजपा विधायक बिक्रम ठाकुर और राकेश जम्वाल इनसे मिले।
यहां वोटिंग के बाद ये शिमला से निकल गए और अब किसी के संपर्क में नहीं हैं। इसको लेकर कांग्रेस सरकार में हड़कंप मचा हुआ है।
तीन निर्दलीय विधायकों हमीरपुर के आशीष शर्मा, देहरा के होशियार सिंह और नालागढ़ के केएल ठाकुर के भी भाजपा कैंडिडेट हर्ष महाजन को वोट देने की बात कही जा रही है।
वहीं इन सभी 9 विधायकों को CRPF की सिक्योरिटी दी जा रही है। इसके लिए CRPF की 3 बसें शिमला पहुंची। ये सभी 9 MLA पंचकूला पहुंच गए हैं।
राज्यसभा चुनाव में सभी 68 विधायकों ने वोट डाला है। काउंटिंग शुरू हुई तो भाजपा ने विरोध जताया। जिसके बाद फिलहाल काउंटिंग रोक दी गई है।
CM सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि जिस तरह अभी काउंटिंग शुरू हुई और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर काउंटिंग ऑफिसर को धमका रहे हैं, ये लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। भाजपा के हिमाचल नेताओं को मुख्यमंत्री ने सब्र रखने की नसीहत दी।
उन्होंने कहा कि CRPF और हरियाणा पुलिस हिमाचल के विधायकों को लेकर गई हैं। उनके परिवार के लोग संपर्क कर रहे है। उन्होंने भाजपा पर गुंडागर्दी करने के आरोप लगाए।
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