शिमला, सुरेंद्र राणा; हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के दो विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद विभागों के आवंटन का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पहले साल भर मंत्री पद का इंतजार किया और अब बीते करीब एक महीने से मंत्री विभाग मिलने का इंतजार कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री बने राजेश धर्माणी और यादविंदर गोमा विभाग मिलने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इन्हें विभागों का आवंटित नहीं किया है। एक महीने का समय होने जा रहा हैं लेकिन ये दोनो मिनिस्टर without portfolio हैं।
राज भवन में 12 दिसंबर को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने दो नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। माना जा रहा था कि दो-तीन दिन में या ही विभागों का आवंटन हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ मंत्री बनने के बाद विभाग के आवंटन को लेकर इंतजार बढ़ता जा रहा है। विभागों का आवंटन नहीं होने से मंत्री खासे परेशान नजर आ रहे हैं मीडिया के सवाल पूछे जाने पर दोनों मंत्री अपने पसंदीदा विभाग की बात बार-बार मुख्यमंत्री का अधिकार क्षेत्र बताकर टाल रहे हैं।
चर्चा है कि दो नए मंत्रियों को विभागों के आवंटन के साथ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल भी किया जाना है। इसी वजह से विभाग आवंटन में वक्त लग रहा है। मुख्यमंत्री कई ऐसे मंत्रियों से विभाग ले सकते हैं, जो अपने विभाग में अच्छी परफॉर्मेंस नहीं कर रहे। इस संबंध में मुख्यमंत्री केंद्रीय आलाकमान के साथ भी चर्चा कर चुके हैं।
विपक्ष भी लगातार मंत्रियों को विभाग न देने पर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर चुके हैं। विपक्ष सुक्खू सरकार को इंतजार की सरकार कह रहा है। जनता को गारंटियों को पूरा करने का इंतजार फिर विधायकों को मंत्री बनने का इंतजार और अब विभाग आबंटन का इंतजार।
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