शिमला, सुरेंद्र राणा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई के इकाई अध्यक्ष गौरव कुमार ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा है कि बीते कुछ दिन पहले हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में दिन दिहाड़े दो छात्र संगठनों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ जाते हैं और वो लड़ाई इतनी हिसंक हो जाती है कि उसको ना पुलिस रोक पाती है ना विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मी। पुलिस व विश्वविद्यालय सुरक्षा कर्मी वहां मूकदर्शक बनकर खड़े रहते हैं ।उन्हीं के सामने तेजधार हथियारों के साथ बहुत ही बेहरमी से एनएसयूआई के कार्यकर्ता को मारा जाता है। जिसके बाद उस कार्यकर्ता को आपरेशन होता है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में जब भी हिंसा होती है तो उसके पीछे से एसएफआई के कार्यकर्ता ही होते हैं । इस इतनी बड़ी हिंसा से हिमाचल प्रदेश में पड़ने वाला प्रत्येक छात्र सहमा हुआ है। आम छात्र यहीं बात बोल रहे हैं कि ऐसे संगठन को बैन कर देना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हजारों छात्र बहुत से सपने लेकर विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने के लिए आता है । परंतु यहां पर हो रही हिसंक घटनाओं से छात्र बहुत परेशान है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय व शिमला जिले को शैक्षणिक संस्थाओं में जो हिंसक घटनाएं होती हैं उसके पीछे से एसएफआई कार्यकर्ता होते हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई विश्वविद्यालय में शांति का माहौल चाहती है । ताकि विश्वविद्यालय में आम छात्रों जो सुविधाएं मिलनी चाहिए वह मिल सकें व छात्र आराम से अपनी पढ़ाई कर सके । उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में अगर शांति बनाई रखनी है तो आम छात्रों को भी एसएफआई से दूरी बनाकर रखें।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई लंबे समय से प्रशासन से यह मांग कर रही है कि विश्वविद्यालय परिसर के सभी सीसीटीवी कैमरों को ठीक किया जाए । लेकिन गूंगा बहरा प्रशासन इतनी बड़ी हिंसा हो जाने के बाबजूद भी गहरी निंद्रा में सोया हुआ है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अंदर सिक्योरिटी को ओर अधिक बढ़ाने व सख्त निर्देश देने की आवश्यकता है ताकि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में ऐसी हिंसक घटनाएं ना हो।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता बहुत बार पुलिस अधीक्षक शिमला से भी मिल चुके हैं । हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय व शिमला जिले के शिक्षण संस्थानों में हो रही हिसंक घटनाओं पर रोक लगाने ने लिए सख्त कदम उठाए। परंतु वह भी ऐसा करने में सक्षम नहीं है। विद्यार्थी परिषद उनसे मांग करती है कि पुलिस को सख्त निर्देश दिए जाएं व पुलिस बल विश्वविद्यालय में तैनात किया जाए। ताकि शिक्षण संस्थानों में हिंसक घटनाओं पर रोक लगाई जाए। व हिंसक घटनाओं में संलिप्त लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए ताकि वह भविष्य में ऐसा ना करें।
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