हिमाचल प्रदेश के ऊना और कांगड़ा में शुक्रवार को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने एक कंपनी द्वारा करोड़ों के फ्रॉड मामले में चार जगह दबिश दी। इस दौरान CBI ने लेन-देन व प्रॉपर्टी से जुड़े कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए।
CBI ने बैंक से लोन फ्रॉड मामले में मैगमा ऑटो लिंक प्राइवेट कंपनी, उसके डायरेक्टर तुषार शर्मा, श्वेता शर्मा व अन्य के खिलाफ दिल्ली में FIR दर्ज कर ली है।
सूचना के अनुसार, ऊना बेस्ड एक कंपनी ने साल 2017-18 में साजिश रची और मंडी के यूको बैंक से 9.85 करोड़ रुपए लोन लिया। यह लोन शो-रूम बनाने, प्लांट व मशीनरी की खरीद तथा अन्य संबद्ध सामग्री के खरीद के लिए लिया था।
इन पर आरोप है कि लोन की राशि से इन्होंने उक्त संपत्ति बनाने के बजाय बैंक से धोखा किया है। यानी जिस मकसद से लोन लिया गया था, उस मकसद से इसका इस्तेमाल नहीं किया गया, बल्कि इसे दूसरे बैंक खातों में डायवर्ट किया गया।
इसके आधार पर CBI ने यह कार्रवाई अमल में लाई। इससे CBI ने इस मामले में प्रारंभिक जांच की। इसमें धोखाधड़ी के प्रमाण मिले है। इसके बाद ही CBI ने आपराधिक मामला दर्ज किया है।
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