चंडीगढ़, सुरेंद्र राणा: आज वर्ल्ड हार्ट डे है। इस बार की थीम है- ‘यूज हार्ट, नो हार्ट’ यानि अपने दिल का इस्तेमाल करो और अपने दिल को जानो। यानी स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करने के लिए हमें अपने दिल को समझना होगा। पीजीआई के एडवांस कार्डियक सेंटर के एचओडी प्रो. यशपाल शर्मा ने बताया कि चंडीगढ़ के लोग हेल्थ कॉन्शियस हैं, इस वजह से यहां लोगों को हार्ट की दिक्कत कम है। लोग डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपना लाइफ स्टाइल बदल रहे हैं। यहां साइक्लिंग का कल्चर बढ़ा है।
कोविड के बाद 30 से 45 साल आयु वर्ग के लोगों में सडन कार्डियक अरेस्ट के केस बढ़े हैं। इसे कोविड या वैक्सीन से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीने में दर्द से होने, धड़कन बढ़ने, सांस लेने में दिक्कत बा हो रही है तो इसे हल्के में न लेते हुए तुरंत कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हाल ही में पीजीआई में दिल की बीमारियों को लेकर कई ऐसी तकनीक से इलाज किया जा रहा है, जिसकी वि वजह से मरीजों को कम दाम पर क्वालिटी रे हार्ट केयर मिल रही है। पीजीआई में रोजाना ओपीडी में हार्ट के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पहले जहां 200 से 300 मरीजों की ओपीडी होती थी वह अब बढ़कर 700 से 800 हो गई है। इसमें नए मरीज बढ़ रहे हैं।
दिल में था छेद, नई तकनीक से ओपन हार्ट की जगह स्टेंटिंग से ही कर दिया ठीकः
कार्डियोलॉजिस्ट प्रो. रोहित मनोज ने बताया कि उन्होंने एक ऐसी रेयर सर्जरी की है, जिसमें हिमाचल के 25 साल के युवक के हार्ट के ऊपरी हिस्से में छेद था। आमतौर पर इसमें ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत होती है, यहां स्पेशल स्टेंट टैक्नीक से सर्जरी कर सी स्टेंट डालकर ही युवक को ठीक कर दिया।
भरपूर नींद लें, मानसिक तनाव दूर करें:
प्रोफेसर डॉ. राजेश विजयवर्गीय ने बताया कि कम उम्र में ही लोगों में हृदय रोग हो जाना एक बड़ी समस्या है। पीजीआइ में 30 से 45 साल की उम्र के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। हार्ट में ब्लाकेज और हृदय का सामान्य तरीके से काम न करने जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं। दिल को दुरुस्त रखने के लिए धूम्रपान से दूर रहें, मोटापा कम करें, फिजिकल एक्टिविटी और एक्सरसाइज बढ़ाएं। मानसिक तनाव से दूर रहें। रोजाना 45 मिनट का वर्कआउट और रोजाना 8000 स्टेप ब्रिस्क वॉक किसी भी व्यक्ति को दिल सहित कई अन्य बीमारियों से बचाने का सबसे कारगर तरीका है। इसके अलावा भोजन में कम नमक, पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है।
रोजाना 200 ग्राम सब्जियां, फल, अनाज में 20 ग्राम फाइबर जरूर लें। 5 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन न करें। रेड मीट, डेयरी प्रोडक्ट, हाई ट्रांसफैट फूड, पैक्ड फूड से बचें।
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