कुल्लू, काजल: पर्यटन नगरी मनाली के रांगड़ी में कूड़ा संयंत्र के सामने नेपाल मूल के लोगों के आशियानों में शुक्रवार दोपहर आग लग गई। अग्निकांड में लकड़ी से निर्मित नौ खोखे घरेलू सामान समेत जलकर राख हो गए हैं। सेब के फलदार पेड़ों को भी नुकसान हुआ है। अग्निकांड में 28 लाख से अधिक के नुकसान का प्रारंभिक आकलन किया गया है। राजस्व विभाग की टीम नुकसान का आकलन करने में जुट गई है।
प्रशासन ने पीड़ितों को 10-10 हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान कर दी है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। रांगड़ी में ठाकुर दास निवासी छियाल के सेब के बगीचे में नेपाल मूल के करीब 45 लोग रह रहे हैं। लकड़ी के खोखे बनाकर यहां पर आठ परिवार और 12 अन्य मजदूर भी रहते थे। शुक्रवार दोपहर को अचानक आग लग गई। आग की लपटें उठती देख अफरातफरी मच गई।
खोखों में रखे गैस सिलिंडर फट गए। जोरदार धमाके के साथ सिलिंडर फटने से आग और फैल गई। आग लगने की सूचना मिलते ही अग्निशमन केंद्र मनाली से तीन दमकल वाहन तुरंत मौके पर भेजे गए। विभाग की टीम ने स्थानीय लोगों की सहायता से आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक सभी खोखे जलकर राख हो गए थे।
अग्निशमन केंद्र के प्रभारी प्रेम भारद्वाज ने बताया कि आग पर काबू पा लिया है। आग से लगभग 28 लाख का नुकसान हुआ है। साथ लगती 50 लाख की संपत्ति बचाई गई। एसडीएम मनाली रमन कुमार शर्मा ने स्वयं मौके का दौरा किया। उन्होंने बताया कि पीड़ितों को फौरी राहत, राशन और तिरपाल मुहैया करवाए गए हैं। नुकसान का सही आकलन करने के लिए राजस्व विभाग को आदेश दिए हैं।