शिमला, सुरेंद्र राणा: हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू आज दिल्ली में हैं। वह विभिन्न मंत्रालय में अधिकारियों से मीटिंग करेंगे। सूत्रों की माने तो उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलने का वक्त मांगा है। शाह से मिलकर मुख्यमंत्री हिमाचल के लिए जल्द 2000 करोड़ रुपए की अंतरिम राहत राशि जारी करने और राष्ट्रीय आपदा घोषित की मांग करेंगे।
गौरतलब है कि केंद्र की टीम हिमाचल में सात से 11 जुलाई के बीच हुई तबाही का आकलन कर चुकी है और भारत सरकार को केंद्रीय टीम ने अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है। इस बीच हिमाचल में 12 से 14 अगस्त के बीच दूसरे दौर की भारी बारिश ने फिर से कहर बरपाया है। जान व माल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
मगर, केंद्र से अब तक आंतरिक राहत राशि नहीं मिल पाई है। मोदी सरकार ने अब तक जो बजट आपदा से राहत के लिए दिया है, मुख्यमंत्री के अनुसार, वह पिछले साल का तय था।
हिमाचल सरकार की अपनी आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है, चूंकि राज्य की में सत्ता में सुक्खू सरकार आई है तो तब प्रदेश पर 73 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज था। अब यह 75 हजार करोड़ से ज्यादा हो गया है। कर्मचारियों व पेंशनर की 10 हजार करोड़ की लायबिलिटी सरकार पर है।
इस बीच 10 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति बरसात में तबाह हो गई है। इससे सरकार की आर्थिक मोर्चे पर परेशानियां बढ़ती जा रही है। केंद्र द्वारा कर्ज लेने की सीमा में कटौती के कारण अब सरकार ज्यादा ऋण भी नहीं ले सकती। ऐसे में हिमाचल सरकार, केंद्र पर टकटकी लगाए बैठी है।
राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की उठाएंगे मांग
बताया जा रहा है कि दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हिमाचल में आई इस डिजास्टर को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की भी मांग उठाएंगे, क्योंकि राज्य के हालात देखते हुए सुक्खू सरकार हिमाचल में इसे स्टेट डिजास्टर घोषित कर चुकी है।
2022 घर जमींदोज 10 हजार करोड़ का नुकसान
CM सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में अब तक 10 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति तबाह हो चुकी है। 2022 घर पूरी तरह जमींदोज और 9615 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। इसी तरह आंशिक नुकसान वाले घरों में भी लोग जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं।
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