अंबाला में दिल्ली-अमृतसर हाईवे पर प्रदर्शन:जाम लगाया तो पुलिस ने खदेड़ा; 5 दिन से ठप पड़ी बिजली सप्लाई बहाल करने की मांग

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पंजाब: हरियाणा के अंबाला में बाढ़ के कारण ठप पड़ी बिजली सप्लाई ज्यादातर इलाकों में बहाल नहीं हो पाई है। बिजली-पानी की किल्लत से जूझ रहे लोगों का गुस्सा फुटने लगा है। अंबाला सिटी के घाट मंडी में सुबह बिजली दफ्तर पर ताला जड़कर विरोध जताया तो देर रात अंबाला-अमृतसर हाईवे जाम कर दिया। यहां, लोगों ने स्थानीय विधायक और बिजली निगम के अधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की

इसकी भनक लगने के बाद पुलिस प्रशासन भारी बल के सािा मौके पर पहुंचा। माहौल बिगड़ता देख और पुलिस बल मौके पर बुलाना पड़ा। पुलिस ने जाम लगाने पर शंकर, गौरा, मौनू और बोबी के खिलाफ धारा 147,149,188,336,341, नेशनल हाईवे एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

हाईवे से लोगों को हटाने के लिए पुलिस को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। पुलिस बार-बार लोगों को हटा रही थी, लेकिन गुस्साए लोग विरोध जताते हुए वाहनों के आगे आकर खड़े हो रहे थे। यही नहीं, शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी भी की, लेकिन पुलिस ने हालातों पर काबू पाते हुए लोगों को खदेड़ दिया।

बता दें कि गुरुवार सुबह घास मंडी में बिजली दफ्तर पर ताला जड़कर धरने पर बैठे नगर निगम के डिप्टी मेयर राकेश मेहता, पार्षद जसबीर सिंह, फकीर सिंह, जसबीर सिंह, AAP नेता विनोद धीमान,पार्षद पति ईशु गोयल, जसप्रीत सिंह, विजय कुमार, गुरप्रीत सिंह, अजय कुमार, राजेश कुमार, पवन कुमार और संदीप कुमार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने 10 लोगों पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, जान से मारने की धमकी देने समेत विभिन्न 10 धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। हालांकि, बाद में पुलिस ने सभी को रिहा कर दिया था।

SHO बोले- आश्वसन देकर खुलावा जाम

SHO नरेंद्र राणा ने बताया कि लोग बिजली की सप्लाई न होने से गुस्साए हुए थे। रात को अंबाला-अमृतसर हाईवे जाम करने की कोशिश में थे। पुलिस ने लोगों को समझा जाम को खुलवा दिया था। पत्थरबाजी पर कहा कि किसी शरारती तत्वों ने एक-दो पत्थर फेंका था। सभी को उनकी समस्या का जल्द समाधान कराने का आश्वासन देकर समझा दिया था।

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