पंजाब दस्तक: पंजाब में मंगलवार की शुरुआत बारिश से राहत के साथ हुई। मौसम विभाग ने आज किसी भी तरह का कोई अलर्ट जारी नहीं किया है, लेकिन पूर्वी मालवा के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। वह भी सामान्य ही रहेगी। अमृतसर में रमदास के गांव घोनेवाल में रावी पार फंसे 210 किसानों को आर्मी की मदद से देर रात रेस्क्यू कर लिया गया, 90 लोगों को आज निकाला जाएगा।
शाहकोट में दो जगह धुस्सी बांध टूट गया। शाहकोट के आसपास के गांवों में रात पानी आ गया। जिसके बाद NDRF ने वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
वहीं, भाखड़ा बांध में भी फिलहाल 20 फीट की क्षमता ही बची है। अगर पानी का स्तर बढ़ता गया तो यह पंजाब के लिए और चिंताजनक को जाएगा। इसके बाद माझा और दोआबा में भी बाढ़ के हालात बन जाएंगे। शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस ने जानकारी दी कि भाखड़ा बांध फिलहाल 1621 फीट पर है। पिछले दो दिनों में जल स्तर लगभग 20 फीट बढ़ गया है। गेट का लेवल 1645 फीट है। अभी 20 फीट और पानी स्टोर करने की क्षमता है।
अगर इसमें पानी छोड़ा गया तो लुधियाना के सतलज बेल्ट और अन्य जिलों सहित आनंदपुर साहिब और रोपड़ में जीवन और संपत्ति को खतरा हो सकता है। वहीं, देर रात पटियाला में जिला प्रशासन अलर्ट पर रहा। डीसी खुद सड़कों पर उतरी और बाढ़ ग्रस्त इलाकों में मदद पहुंचाई। देर रात, तरनतारन के हरिके हैड के सभी गेट खोल दिए गए हैं। जिसके बाद पानी 30 के करीब गांवों में आ गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि अभी हालात काबू में हैं।
बाढ़ से जुड़ी महत्वपूर्ण अपडेट्स…
शाहकोट में दो जगह धुस्सी बांध टूट गया। जिससे आसपास के गांवों में पानी आ गया। रात ही NDRF की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
भाखड़ा बांध में 20 फीट तक और पानी स्टोर करने की क्षमता बची। इसके बाद ही हैड खोले जाएंगे।
पोंग बांध में जल स्तर 1,390 फीट की क्षमता है और वहां जल स्तर 1,350.63 फीट को पार कर गया है। रंजीत सागर बांध में जल स्तर 1,731.99 फीट की क्षमता है और उसमें जल स्तर 1,706.26 फीट पहुंच चुका है।
चितकारा यूनिवर्सिटी की मैस में पानी भरा
पंजाब में बारिश के बंद होने के बाद भी हिमाचल से आ रहे पानी के कारण सतलुज, रावी और ब्यास तीनों नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। सतलुज में पानी के बढ़ रहे स्तर ने पूर्वी मालवा, चंडीगढ़, खरड़, मोहाली, पटियाला व दोआबा के नवांशहर, शाहकोट व फिल्लौर को काफी नुकसान पहुंचाया। सतलुज और घग्गर दरिया में पानी का स्तर बढ़ना जारी है।
चंडीगढ़- पटियाला रोड पर स्थित चितकारा यूनिवर्सिटी की मैस में पानी घुस गया। ब्यास व रावी में भी पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ना शुरू हो गया है। गुरदासपुर में रावी के किनारों पर कुछ खेतों में पानी भरा गया। रमदास में 300 किसान रावी के पार फंस गए थे, जिनमें से 210 किसानों को देर रात रेस्क्यू किया गया, 90 किसानों को आज निकाल लिया जाएगा। DC अमृतसर ने ब्यास के किनारों पर सतर्कता बरतने के लिए कह दिया है।
CM ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों को दिए 33.5 करोड़
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए 33.50 करोड़ रुपए जारी किए हैं। इसमें अमृतसर व फाजिल्का के लिए 1.50 करोड़, बठिंडा, बरनाला, फतेहगढ़ साहिब और फरीदकोट को 1-1 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
गुरदासपुर को 1.50 करोड़, जालंधर, कपूरथला और लुधियाना को 2-2 करोड़, मोगा को 1.50 करोड़, मानसा, मलेरकोटला व पठानकोट को 1-1 करोड़ और रूपनगर को 2.50 करोड़ देने का फैसला किया है। मुक्तसर को 2 करोड़, संगरूर को 1.50 करोड़ रुपए और तरनतारन को 2 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है।
मदद के लिए SGPC आई सामने
मदद के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) आगे आई है। SGPC ने अपने से जुड़े गुरुद्वारों से बाढ़ ग्रस्त एरिया में लंगर और जरूरी सामान पहुंचाने की घोषणा की है। वहीं श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी कौम के नाम संदेश देते हुए सभी से आगे आकर मदद करने की अपील भी की है।
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