सिरमौर: रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र की कमलाड़ पंचायत में जलाल नदी को पार करने के लिए बनाया गया झूला सोमवार को अचानक बीचोबीच अटक गया। इस बीच झूले में सवार गोपाल की सांसें दो घंटे तक हवा में अटकी रहीं। गनीमत ये रही कि इस दौरान हादसा नहीं हुआ।
गोपाल ने अपने मोबाइल से ग्रामीणों को सूचित किया। लिहाजा, ग्रामीण मौके पर पहुंचे और किसी तरह गोपाल को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया। इस बीच गोपाल ने भी हिम्मत नहीं हारी। दरअसल, बरसात का मौसम शुरू होते ही नदी नाले भी उफान की तरफ बढ़ने लगे हैं। ऐसे में पैदल नदी को पार करना खतरे से खाली नहीं। नदी पार करने के लिए कुछेक स्थानों पर झूले लगे हैं लेकिन इनकी जर्जर हालत किसी से छिपी नहीं है।
गोपाल सिंह ने भी ऐसे झूले का इस्तेमाल उफनती जलाल नदी को पार करने के लिए किया था। अचानक ही झूला नदी के बीचोबीच अटक गया। किस्मत अच्छी थी कि मोबाइल का इस्तेमाल कर गोपाल ने गांववालों से संपर्क साधा, जिसे दो घंटे के प्रयास से सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया।
बताया जा रहा है कि कई साल पहले झूले का कमलाड़ के खैरी लियाड़ी से धारटीधार क्षेत्र के गरजड़ा के लिए झूला पुल बनाया था। पहली बार इस तरह के झूले में फंसने का किस्सा सामने आया है। इससे लोगों में रोष है।
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