‘पिछले 9 साल नवनिर्माण के रहे, गरीब कल्याण के रहे,’ नए संसद भवन से PM मोदी का पहला संबोधन

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देश: प्रधानमंत्री मोदी ने आज नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया है. इस उद्घाटन कार्यक्रम का कई विपक्षी दलों ने विरोध किया और इसका बहिष्कार किया. तमिलनाडु के अधीनम संतों ने पूरे विधि-विधान के साथ अनुष्ठान कराया. पूजा में प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला बैठे थे. धार्मिक अनुष्ठान के बाद अधीनम संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेंगोल सौंपा जिसे नए संसद भवन में स्थापित कर दिया गया है. वहीं दूसरे चरण में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के संदेश को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण को पढ़ा. उसके बाद लोकसभा स्पीकर ने अपनी बात रखी और फिर प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन से पहली बार संबोधित किया.

नए संसद भवन में अपने भाषण को खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई सीनियर नेताओं के साथ बातचीत की, जिनमें पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल हैं. उसके बाद वह नए संसद परिसर से चले गए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन में संबोधित करते हुए कहा कि यह भवन आधुनिक सुविधाओं और नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित है. इसने 60,000 से अधिक मजदूरों को रोजगार दिया है. हमने उनकी कड़ी मेहनत का सम्मान करने के लिए एक डिजिटल गैलरी बनाई है.

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने नौ साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया. उन्होंने कहा कि अगर कोई एक्सपर्ट बीते नौ साल का आकलन करे तो पाएगा कि ये 9 साल भारत में नवनिर्माण के रहे हैं. गरीब कल्याण के रहे हैं. आज हमें संसद की नई इमारत के निर्माण का गर्व है. मुझे नौ साल में गरीबों के चार करोड़ बनने का भी संतोष है. आज जब हम इस भव्य इमारत को देखकर अपना सिर ऊंचा कर रहे हैं तो मुझे बीते नौ साल में बने 11 करोड़ शौचालयों का भी संतोष हैं, जिन्होंने महिलाओं की गरिमा की रक्षा की, उनका सिर ऊंचा कर दिया. आज जब हम सुविधाओं की बात कर रहे हैं बीते नौ साल में गांवों को जोड़ने के लिए चार लाख किमी से ज्यादा सड़कों का निर्माण किया. आज हम ईको फ्रेंडली इमारत को देखकर खुश हैं, हमने पानी की एक-एक बूंद बचाने के लिए 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों का निर्माण किया है. आज जब हम उत्सव मना रहे हैं कि हमने नई संसद भवन का निर्माण किया है तो हमने देश में 30 हजार से ज्यादा नए पंचायत भवन भी बनाए हैं. यानी पंचायत भवन से लेकर संसंद भवन तक हमारी निष्ठा एक ही है. हमारी प्रेरणा एक ही है. देश का विकास, देश के लोगों का विकास.

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