CM मान ने रेल-शिप-रेल का विरोध किया:बोले- केंद्र सरकार ने अडाणी को फायदा पहुंचाने के लिए बदला रूट

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पंजाब दस्तक, सुरेंद्र राणा: पंजाब के CM भगवंत मान सोमवार को पटियाला में PSEB की इंजीनियरिंग एसोसिएशन की मीटिंग में शामिल हुए। यहां उन्होंने बिजली बोर्ड के करीब 2 हजार अधिकारियों-कर्मचारियों समेत कैबिनेट मंत्रियों, बिजली मंत्री और विधायकों को संबोधित किया। उन्होंने केंद्र सरकार पर पंजाब में कोयले की आवक मामले में राज्य को तंग करने के आरोप लगाए।

CM मान ने पंजाब में कोयले की आवक रेल-शिप-रेल (RSR) से होने पर केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब को कोयला सीधे रेल से नहीं लाने दे रही। कोयले को पहले प्रदीपपुरी बंदरगाह पर ले जाना पड़ता है, फिर समुद्री जहाज से श्रीलंका के ऊपर से मुद्रा पर उतारने के बाद दोबारा ट्रेन में भरकर पंजाब लाना पड़ रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए कि इस रूट का फैसला केवल अडाणी को फायदा देने के लिए लिया गया है।

गेहूं ले जाने के समय ट्रेन कहां से आती हैं

मान ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री से कहा है कि पंजाब कोयले से बिजली पैदा कर उसका कृषि के लिए इस्तेमाल करता है। मान ने पूछा कि केंद्र सरकार के पास गेहूं ले जाने के समय ट्रेन कहां से आ जाती है। मान ने इस रूट का सख्त विरोध करने की बात कही। उन्होंने केंद्र सरकार का यह फैसला अडाणी को फायदा पहुंचाने के लिए किए जाने के आरोप लगाए। साथ ही PM नरेंद्र मोदी और अडाणी की दोस्ती और आस्ट्रेलिया में बिजनेस का जिक्र भी किया।

मोहाली में इन्वेस्टमेंट समिट

मान ने कहा कि 23-24 फरवरी को मोहाली में इन्वेस्टमेंट समिट की जानी है। सभी बड़े कारोबारी पंजाब से हैं, लेकिन पहले कारोबारियों को केवल एक परिवार से MOU करना पड़ता था, जबकि अब पंजाब के 3 करोड़ लोगों से MOU किया जाएगा। उन्होंने युवाओं को रोजगार मिलने पर सभी प्रकार की समस्याओं का हल होने की बात कही।

 

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