शिमला, सुरेंद्र राणा,आज हिमाचल देश के बड़े राज्यों से आगे निकल कर विकास की गति को तीव्र से तीव्र कर रुप प्रदान करने में सक्षम हुआ है। इसके आधार का सम्पूर्ण श्रेय डाॅ. यशवंत सिंह परमार की दूरगामी विकास नीति को जाता है। यह बात आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने हिमाचल निर्माता डाॅ. यशवंत सिंह परमार की 116 जयंती के अवसर पर ऐतिहासिक रिज मैदान के दौलत सिंह पार्क पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के उपरांत अपने संबोधन में कही।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सृजन, निर्माण और विकास में यशवंत सिंह परमार का योगदान बहुत बड़ा है। यशवंत सिंह परमार पंडित पदम देव जैसे लोगों ने छोटी-छोटी रियासतों को मिलाकर प्रदेश का स्वरूप प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डाॅ. यशवंत सिंह परमार जी के सतत प्रयासों से 1971 में हिमाचल प्रदेश भारत गणतंत्र का 18वां राज्य बना। हिमाचल को सेब राज्य के रूप में विकसित करने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। बागवानी, कृषि तथा हिमाचल की जीवन रेखा सड़कों को आगे बढ़ाने का कार्य यशवंत सिंह परमार जी के दूरदर्शी नेतृत्व का अभिन्न अंग रहा है।
इस अवसर पर सांसद प्रतिभा सिंह, गंगू राम मुसाफिर, विधायक रोहित ठाकुर एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
+ There are no comments
Add yours